मधेपुरा 20/02/2018
बुधवार से बिहार बोर्ड के मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो रही है. इस बार परीक्षा में छात्रों के लिए कु्छ विशेष गाइडलाइंस जारी किए गए हैं. जिसे लेकर वाद-विवाद भी मचा है.
कल से शुरू हो रही परीक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मैट्रिक परीक्षा 21 फरवरी से 28 फरवरी तक दोनों पालियों में होगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा को कदाचार एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए परीक्षार्थियों को निर्धारित समय से दस मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने का निर्देश दिया है.
ज्ञातव्य हो कि कोई भी केंद्राधीक्षक स्मार्ट फोन या कैमरा वाला फोन लेकर सेंटर में नहीं जाएगा. सभी केंद्राधीक्षक बिना कैमरा वाला मोबाइल फोन खरीदना होगा. इसके लिए बोर्ड 1200 रुपया देगा तथा परीक्षा के बाद मोबाइल सेट बोर्ड ऑफिस में जमा करना होगा.
उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र वायरल होने से संबंधित किसी तरह की संभावानाओं को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है. परीक्षा अवधि के दौरान कोई भी परीक्षार्थी बीमार पड़ेगा तो उसको पुलिस संरक्षण में अस्पताल ले जाया जाएगा. दंडाधिकारी भी मोबाइल लेकर परीक्षा केंद्रों के अंदर नहीं जाएंगे.
परीक्षार्थियों की गहन जांच कर प्रवेश दी जाएगी. एक बेंच पर दो बच्चों से अधिक बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. कमरा नहीं रहने पर बरामदे या तंबू लगवाकर एक बेंच पर दो छात्रों के बैठने की व्यवस्था कराएं. इंटर परीक्षा से सबक लेकर बहुत से सख्त कदम उठाए गए हैं.
मैट्रिक परीक्षा में जूता-मोजा पहनकर जाने पर रोक लगा दी गई है. किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी. मोबाइल का प्रयोग करने वाले पदाधिकारियों पर एफआइआर दर्ज की जाएगी. 25 छात्र-छात्राओं पर एक वीक्षक मैट्रिक परीक्षा में भी तैनात रहेंगे.
परीक्षा शुरू होते समय घोषणा पत्र देंगे कि परीक्षार्थियों की जांच कर ली गई है. किसी के पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं है. जिले के सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू रहेंगा.
बुधवार से बिहार बोर्ड के मैट्रिक की परीक्षा शुरू हो रही है. इस बार परीक्षा में छात्रों के लिए कु्छ विशेष गाइडलाइंस जारी किए गए हैं. जिसे लेकर वाद-विवाद भी मचा है.
कल से शुरू हो रही परीक्षा के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. मैट्रिक परीक्षा 21 फरवरी से 28 फरवरी तक दोनों पालियों में होगी. बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा आयोजित मैट्रिक परीक्षा को कदाचार एवं शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने के लिए परीक्षार्थियों को निर्धारित समय से दस मिनट पहले परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने का निर्देश दिया है.
ज्ञातव्य हो कि कोई भी केंद्राधीक्षक स्मार्ट फोन या कैमरा वाला फोन लेकर सेंटर में नहीं जाएगा. सभी केंद्राधीक्षक बिना कैमरा वाला मोबाइल फोन खरीदना होगा. इसके लिए बोर्ड 1200 रुपया देगा तथा परीक्षा के बाद मोबाइल सेट बोर्ड ऑफिस में जमा करना होगा.
उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र वायरल होने से संबंधित किसी तरह की संभावानाओं को रोकने के लिए यह फैसला लिया गया है. परीक्षा अवधि के दौरान कोई भी परीक्षार्थी बीमार पड़ेगा तो उसको पुलिस संरक्षण में अस्पताल ले जाया जाएगा. दंडाधिकारी भी मोबाइल लेकर परीक्षा केंद्रों के अंदर नहीं जाएंगे.
परीक्षार्थियों की गहन जांच कर प्रवेश दी जाएगी. एक बेंच पर दो बच्चों से अधिक बैठने की अनुमति नहीं दी जाएगी. कमरा नहीं रहने पर बरामदे या तंबू लगवाकर एक बेंच पर दो छात्रों के बैठने की व्यवस्था कराएं. इंटर परीक्षा से सबक लेकर बहुत से सख्त कदम उठाए गए हैं.
मैट्रिक परीक्षा में जूता-मोजा पहनकर जाने पर रोक लगा दी गई है. किसी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं होगी. लापरवाही बरतने वाले पदाधिकारियों पर सख्त कार्रवाई होगी. मोबाइल का प्रयोग करने वाले पदाधिकारियों पर एफआइआर दर्ज की जाएगी. 25 छात्र-छात्राओं पर एक वीक्षक मैट्रिक परीक्षा में भी तैनात रहेंगे.
परीक्षा शुरू होते समय घोषणा पत्र देंगे कि परीक्षार्थियों की जांच कर ली गई है. किसी के पास कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं है. जिले के सभी परीक्षा केंद्रों के आसपास धारा 144 लागू रहेंगा.