मधेपुरा
स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग में चतुर्थ सेमेस्टर (सत्र 2015-17) का नियत कार्य एवं सेमिनार का शोध पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 22 जनवरी निर्धारित की गयी है.
सभी चार पत्रों में नियत कार्य एवं सेमिनार में दो-दो टाॅपिक निर्धारित किए गए हैं. दो में से एक टाॅपिक पर कम से कम दो हजार शब्दों का नियत कार्य एवं सेमिनार तैयार करना है. यह जानकारी विभागाध्यक्ष डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी ने दी. उन्होंने बताया कि तेरहवें पत्र का नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः भगवद्गीता में स्वधर्म की अवधारणा एवं भगवद्गीता में मोक्ष की अवधारणा और भगवद्गीता की समसामयिक प्रासंगिकता एवं भगवद्गीता में निष्काम कर्म की अवधारणा.
चौदहवें पत्र का नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः सांख्य दर्शन के अनुसार दुख की अवधारणा एवं सांख्य दर्शन के अनुसार प्रकृति के गुण और सांख्य का कारणता सिद्धांत एवं सांख्य का विकासवाद. पंद्रहवें पत्र में नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः योग दर्शन में ईश्वर की अवधारणा एवं योग दर्शन में यम की अवधारणा और योग दर्शन में नियम की अवधारणा एवं योग दर्शन में समाधि की अवधारणा.
सोलहवें पत्र में नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः रामानुज के अनुसार बंधन-मोक्ष की अवधारणा एवं शंकर का मायावाद और शंकर के अनुसार ब्रह्म की अवधारणा एवं रामानुज के अनुसार ज्ञान प्राप्ति के विभिन्न साधन.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
स्नातकोत्तर दर्शनशास्त्र विभाग में चतुर्थ सेमेस्टर (सत्र 2015-17) का नियत कार्य एवं सेमिनार का शोध पत्र जमा करने की अंतिम तिथि 22 जनवरी निर्धारित की गयी है.
सभी चार पत्रों में नियत कार्य एवं सेमिनार में दो-दो टाॅपिक निर्धारित किए गए हैं. दो में से एक टाॅपिक पर कम से कम दो हजार शब्दों का नियत कार्य एवं सेमिनार तैयार करना है. यह जानकारी विभागाध्यक्ष डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी ने दी. उन्होंने बताया कि तेरहवें पत्र का नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः भगवद्गीता में स्वधर्म की अवधारणा एवं भगवद्गीता में मोक्ष की अवधारणा और भगवद्गीता की समसामयिक प्रासंगिकता एवं भगवद्गीता में निष्काम कर्म की अवधारणा.
चौदहवें पत्र का नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः सांख्य दर्शन के अनुसार दुख की अवधारणा एवं सांख्य दर्शन के अनुसार प्रकृति के गुण और सांख्य का कारणता सिद्धांत एवं सांख्य का विकासवाद. पंद्रहवें पत्र में नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः योग दर्शन में ईश्वर की अवधारणा एवं योग दर्शन में यम की अवधारणा और योग दर्शन में नियम की अवधारणा एवं योग दर्शन में समाधि की अवधारणा.
सोलहवें पत्र में नियत कार्य एवं सेमिनार का टाॅपिक क्रमशः रामानुज के अनुसार बंधन-मोक्ष की अवधारणा एवं शंकर का मायावाद और शंकर के अनुसार ब्रह्म की अवधारणा एवं रामानुज के अनुसार ज्ञान प्राप्ति के विभिन्न साधन.
(रिपोर्ट:- ईमेल)