मुख्यालय बीएड में पिछले सत्र में हुए लगभग चालीस लाख का घोटाला: एआईएसएफ
लिखे आवेदन में छात्र संगठन एआईएसएफ ने राजभवन द्वारा जारी अधिसूचना पत्रांक बी एस यू 16/2015-1283/जी एस आई का हवाला देते हुए कहा कि राजभवन द्वारा शिक्षकों व कर्मचारियों की संख्या के अनुपात में छात्रों से फीस लेना था जबकि लगभग 60% शिक्षक व शत प्रतिशत कर्मचारी नहीं होने पर भी विभाग ने कम फीस लेने के बजाय पूरी फीस ली. यह घोटाला महामहिम कुलाधिपति के निर्देश की अवहेलना भी है. अविलंब इसपर संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कारवाई कर छात्रों के फीस वापस करने की मांग छात्र नेता राठौर ने की.
बीएड की राह पर चल रहा एमएड
छात्र नेता राठौर ने आवेदन में यह भी लिखा है कि मुख्यालय का एमएड विभाग भी बीएड कि राह पर चलने को आतुर है. एमएड नामांकन प्रवेश परीक्षा के दो माह बाद रिजल्ट देना और अभी तक आंसर की नहीं जारी करना इसका प्रमाण है वहीं जारी सूची में में भी कई खामियां हैं और अभी तक मेघा सूची नहीं बन पाना किसी एक और बड़े घोटाले का संकेत दे रहा है.
आवेदन में छात्र नेता राठौर ने विश्वविद्यालय द्वारा पीजी आर सी की तिथि नहीं जारी करने पर भी नाराजगी व्यक्त की. राठौर ने कहा कि संगठन लगातार कुलपति से सकारात्मक कदम उठाने की मांग कर रहा है लेकिन अभी तक इस को लेकर कोई कदम नहीं उठाना निराशा के बीच आंदोलन को विवश कर रहा है. उन्होंने कहा कि कुलपति को सब चीज से उपर उठ विश्वविद्यालय हित में कड़े कदम उठाने की जरूरत है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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