विश्वविद्यालय मुख्यालय बीएड व एम्एड प्रकरण पर कुलपति का मौन व्रत दुखद: एआईएसएफ - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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16 फ़रवरी 2021

विश्वविद्यालय मुख्यालय बीएड व एम्एड प्रकरण पर कुलपति का मौन व्रत दुखद: एआईएसएफ

मधेपुरा: बीएनएमयू मुख्यालय स्थित बीएड व एमएड प्रकरण में दोषियों कारवाई नहीं करना दर्शाता है कि उनको बचाने की मुहिम सी चल रही है. एआईएसएफ के लगातार मांग के बाद भी कुलपति के स्तर से कोई कड़े कदम नहीं उठाना शक के साथ साथ कई सवालों को जन्म दे रहा है, उक्त बातें वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने संगठन द्वारा कुलसचिव के माध्यम से कुलपति को लिखे आवेदन में कहीं. 

उन्होंने कहा कि विगत एक पखवाड़ा से संगठन लगातार आवेदन दे व साक्ष्य प्रस्तुत कर मुख्यालय बीएड विभाग में हुई धांधली व रोस्टर की अनदेखी पर कार्रवाई की मांग करता आ रहा है लेकिन अभी तक इसे गंभीरता से नहीं लिया गया. सौंपे आवेदन में राठौर ने कहा वर्षों पहले मुख्यालय में पदाधिकारियों कि उदासीनता से बी एड वापस चला गया था तब एआईएसएफ द्वारा छात्र हित में लगातार मांग उठाने पर पहल कर इसे शुरू किया गया था अब लगातार धांधली व रोस्टर की अनदेखी से ऐसा लगता है कि बड़े प्रयास से शुरू यह विभाग कहीं ब्लैक लिस्टेड न हो जाए.  
उन्होंने कहा कि धांधली व रोस्टर की अनदेखी कर सौ की जगह एक सौ दस से अधिक सीटों पर लिया गया नामांकन और एआईएसएफ द्वारा मामले को सामने लाने पर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित कर पैसा वापस करने की कोशिश यह बताती है कि मुख्यालय के बीएड ऑन स्पॉट एडमिशन में माननीय उच्च न्यायालय के निर्देशों को भी ताक पर रख दिया गया. 

मुख्यालय बीएड में पिछले सत्र में हुए लगभग चालीस लाख का घोटाला: एआईएसएफ

लिखे आवेदन में छात्र संगठन एआईएसएफ ने राजभवन द्वारा जारी अधिसूचना पत्रांक बी एस यू 16/2015-1283/जी एस आई का हवाला देते हुए कहा कि राजभवन द्वारा शिक्षकों व कर्मचारियों की संख्या के अनुपात में छात्रों से फीस लेना था जबकि लगभग 60% शिक्षक व शत प्रतिशत कर्मचारी नहीं होने पर भी विभाग ने कम फीस लेने के बजाय पूरी फीस ली. यह घोटाला महामहिम कुलाधिपति के निर्देश की अवहेलना भी है. अविलंब इसपर संज्ञान लेते हुए दोषियों पर कारवाई कर छात्रों के फीस वापस करने की मांग छात्र नेता राठौर ने की. 

बीएड की राह पर चल रहा एमएड

छात्र नेता राठौर ने आवेदन में यह भी लिखा है कि मुख्यालय का एमएड विभाग भी बीएड कि राह पर चलने को आतुर है. एमएड नामांकन प्रवेश परीक्षा के दो माह बाद रिजल्ट देना और अभी तक आंसर की नहीं जारी करना इसका प्रमाण है वहीं जारी सूची में में भी कई खामियां हैं और अभी तक मेघा सूची नहीं बन पाना किसी एक और बड़े घोटाले का संकेत दे रहा है. 


आवेदन में छात्र नेता राठौर ने विश्वविद्यालय द्वारा पीजी आर सी की तिथि नहीं जारी करने पर भी नाराजगी व्यक्त की. राठौर ने कहा कि संगठन लगातार कुलपति से सकारात्मक कदम उठाने की मांग कर रहा है लेकिन अभी तक इस को लेकर कोई कदम नहीं उठाना निराशा के बीच आंदोलन को विवश कर रहा है. उन्होंने कहा कि कुलपति को सब चीज से उपर उठ विश्वविद्यालय हित में कड़े कदम उठाने की जरूरत है.

(रिपोर्ट:- ईमेल)

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