चर्चित हत्याकांड का खुलासा, निकला ऑनर किलिंग - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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24 फ़रवरी 2021

चर्चित हत्याकांड का खुलासा, निकला ऑनर किलिंग

डेस्क: मुरलीगंज थाना क्षेत्र के चर्चित नगर पंचायत पार्षद पुत्री हत्याकांड की गुत्थी मधेपुरा पुलिस ने सुलझा लिया. इस हत्याकांड का एसपी योगेन्द्र कुमार ने खुलासा करते हुए बताया कि युवती की हत्या घर में ही की गई थी. इस हत्याकांड में पुलिस के गिरफ्त में आए पार्षद के गाड़ी चालक ने बड़ा खुलासा किया है. मालूम हो कि 12 दिसम्बर को मुरलीगंज के पार्षद पुत्री का शव नदी किनारे मिली थी.

जिसके बाद जिले के वरीय अधिकारी तत्कालीन डीएम नवदीप शुक्ला और एसपी योगेंद्र कुमार स्थल पर पहुंचकर छानबीन भी की थी. लेकिन इस हत्याकांड मामले में पुलिस को तत्काल कोई सुराग हांथ नहीं लगा. जबकि पार्षद पुत्री की हत्याकांड को लेकर मुरलीगंज में पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर आंदोलन भी किए गए थे. एसपी योगेन्द्र कुमार ने पार्षद पुत्री हत्या मामले का मंगलवार को खुलासा करते हुए बताया कि परिजनों ने 9 दिसमबर को मुरलीगंज थाने मे अपने पुत्री के अपहरण का मामला अज्ञात के विरूद्ध दर्ज कराते हुए परोस के एक युवक कुमार आनन्द पर शक जाहिर किया था.

जिसके बाद पुलिस ने युवक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया. एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि गिरफ्तार युवक से पूछताछ के बाद इस हत्याकांड को चुनौती के तौर पर लिया. एसपी ने बताया कि उनकी पहल निर्दोष न फंसे और दोषी न बचे इसके लिए हत्याकांड को वैज्ञानिक अनुसंधान पर पूरे मामले की जांच कि जिम्मेदारी सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव को दी. जिसके बाद इस हत्याकांड को सुलझाने के लिए एसडीपीओ के नेतृत्व में सर्किल इंस्पेक्टर प्रशान्त कुमार, मुरलीगंज थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार, सब इंस्पेक्टर किशोर कुमार, धनेश्वर मंडल के अलावे कमांडो हेड बिपिन कुमार और टेक्निकल सेल के धीरेन्द्र कुमार की एक टीम बनाई गई.

एसपी योगेन्द्र कुमार ने बताया कि पूरे मामले को समझते हुए हत्यायरे तक पहुंचने में लगभग दो महीने लग गए. तब जाकर पार्षद पुत्री हत्याकांड का उजागर हुआ. एसपी ने बताया कि घटना के बाद से अनुसंधान में हत्या के शक की सूई पार्षद के घर पर जा कर रूक जाती थी, लेकिन पुलिस को पुख्ता साक्ष्य नही मिलने के कारण मामले का उद्भेदन जल्दबाजी में करने से बचती रही. आखिरकार पुलिस को वैज्ञानिक अनुसंधान में एक अहम सुराग मिला कि पार्षद के गाड़ी में लगे जीपीएस घटना के दिन से वंद पाया गया था.  
फिर पुलिस ने गाड़ी के चालक मुरलीगंज वार्ड 12 निवासी धीरज कुमार को हिरासत मे लिया गया. चालक पूछताछ में बारबार पुलिस को बरगला रही थी. लेकिन जल्द ही चालक ने पुलिस के समक्ष पूरा मामला खोल दिया. जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया. एसपी योगेन्द्र कुमार ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में रितिका हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि प्रेम प्रसंग के चलते उनके घरवालों ने ही घर के अन्दर मुंह दबाकर उनकी हत्या कर दी. जिसके बाद लाश को ठिकाने लगाने पार्षद के गाड़ी का ही इस्तेमाल किया था.

पार्षद के गाड़ी चालक ने ही शव को नदी किनारे ले जाने की बात कबूल किया है. चालक ने यह भी बताया शव को ठिकाने लगाने को पार्षद के स्कार्पियो और दो बाइक से शव को मुरलीगंज के बेंगा नदी मे फेंका गया था. एसपी ने बताया कि जांच मे यह पता चला कि प्रेम प्रसंग को लेकर उनके परिजनों ने 8 दिसमबर की रात रितिका की हत्या कर नदी में लाश को फेंक दिया. जांच में यह भी पता चला कि रितिका और उनके पड़ोसी कुमार आनन्द के बीच प्रेम प्रसंग का पता उनके परिवार वालों को नागवार गुजरा.  
जिसके बाद रितिका के पिता अरविन्द कुमार डिम्पल और उनके परिवार वालो ने मिलकर घर मे ही अपनी बेटी की हत्या की और पुलिस को दिग्भ्रमित कर हत्या जैसे जघन्य अपराध छुपाने के लिए अपहरण का मामला दर्ज कराया. एसपी श्री कुमार ने कहा कि घटना में शामिल स्कार्पियो बीआर 11 पीएल 8743 और जीपीएस को भी बरामद किया है. उन्होंने बताया कि हत्याकांड में शामिल पार्षद की गिरफ्तारी के लिए छापामारी की जा रही है. वे अबतक फरार हैंं. 

हत्याकांड में परिवार के सदस्यों की संलिप्तता है. चालक से पूछताछ में कई अहम जानकारी मिली है. हत्याकांड में शामिल सभी पर कारवाई की जायेगी. चालक को न्यायिक हिरासत मे भेजा जा रहा है. एसपी योगेन्द्र कुमार ने कहा कि रितिका हत्या कांड का उद्भेदन पुलिस की बड़ी कामयाबी है. टीम मे शामिल सभी पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल को पुरस्कृत करने को मुख्यालय को लिखा जायेगा, साथ ही अपने स्तर से भी सभी को पुरस्कृत किया जायेगा. 


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