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2 मार्च 2021

एमएड नामांकन के सूची प्रकाशन में विलंब और आंसर के नहीं जारी होना बड़े स्तर पर धांधली का संकेत: राठौर

मधेपुरा: लगातार मांग करने और सांकेतिक आंदोलन द्वारा बीएनएमयू प्रशासन को आगाह करने के बाद भी विश्वविद्यालय प्रशासन कान में चारकोल का तेल डाल कर सोया है. विश्वविद्यालय पूरी तरह से भाई भतीजावाद, धांधली और रोस्टर की धज्जियां उड़ाने में लगा है प्रतिभावान छात्रों की सुधि लेने वाला भी कोई नहीं है. 

सीनेट, सिंडीकेट के फैसले पूरी तरह मजाक बन रहे हैं पदाधिकारियों की मनमानी और लचर व्यवस्था के कारण माननीय सीनेट व सिंडीकेट सदस्यों की गरिमा को ठेस पहुंचाने का काम किया जा रहा है. ये बातें वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के राज्य उपाध्यक्ष सह बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने बीएनएमयू मुख्यालय के बी एड विभाग में हुई ऑन स्पॉट एडमिशन में धांधली, रोस्टर की अनदेखी व एमएड नामांकन की प्रक्रिया में हो रहे लगातार विलंब पर संगठन कि नाराजगी व्यक्त करते हुए कही.  
राठौर ने कहा कि जनवरी के प्रथम सप्ताह में सिंडीकेट बैठक में उठे विवाद और एमएलटी कॉलेज बीएड की हेड के द्वारा लिखित शिकायत करने पर जांच कमिटी गठन का निर्णय लिया गया. जिसे बाद में ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. उसके बाद एआईएसएफ द्वारा लगातार साक्ष्य प्रस्तुत करने और जांच टीम को अधिसूचना जारी करने की मांग को ले आंदोलन शुरू करने पर ग्यारह फ़रवरी को आनन फानन में प्रभारी कुलसचिव द्वारा नोटिफिकेशन जारी किया गया. 

लेकिन पहल नहीं हुई दस दिनों तक पहल नहीं होने पर आंदोलन शुरू करने पर चौबीस फरवरी को दस दिनों का समय निर्धारित कर अधिसूचना जारी की गई. दस दिनों में से पांच दिन गुजरने को हैं और जांच के नाम पर कोई पहल शुरू नहीं हो पाई है. संगठन को संदेह है कि विश्वविद्यालय के वरीय पदाधिकारी जांच टीम को प्रभावित कर जांच प्रक्रिया में विलंब व सिंडीकेट के फैसले को बदनाम करते हुए आरोपों से जुड़े साक्ष्य को मिटाने की योजना को सफल कर रहे हैं.  
छात्र नेता राठौर ने कहा कि एआईएसएफ को जांच टीम के सभी सदस्यों के प्रति गहरी आस्था है और न्याय की उम्मीद भी. वहीं उन्होंने संगठन के मुख्य आरोपों में से एक सौ सीट से अधिक संख्या पर नामांकन के मामले में कुलसचिव व कुलपति द्वारा पहल कर अतिरिक्त छात्रों का आनन फानन में चोरी छिपे फीस वापसी व मान मनौवल पर नाराजगी जताते हुए इसे साक्ष्य मिटाने की योजना बताते हुए कहा कि इन सब के बाद भी दोषियों को बचाने की साजिश कामयाब नही होगी. 

वहीं दूसरी ओर विश्वविद्यालय द्वारा एमएड नामांकन को ले प्रायोजित कार्यक्रम अन्तर्गत दस नवम्बर तक आवेदन जमा करने और एक दिसम्बर को एडमिशन शुरू करने के पालन नहीं होने पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि विवि द्वारा नामांकन कि निर्धारित तिथि के दो माह हो गए. लेकिन एडमिशन तो दूर रोस्टर के अनुसार सूची भी प्रकाशित नहीं हो पाई है. जिससे बीएड की तरह एमएड में भी भाई भतीजावाद व धांधली की बू आने लगी हैै.  
वहीं परीक्षा व परिणाम के कई माह गुजर जाने के बाद भी आंसर की नहीं जारी किया गया. जबकि कई छात्रों ने विभिन्न प्रश्नों के उत्तर को ले अपनी शिकायत दर्ज कराई थी. वाम छात्र नेता राठौर ने कहा कि नैक से मान्यता की बाट जोह रहे बीएनएमयू में सामान्य व्यवस्था भी सुचारू रूप से छात्र हित में काम नहीं कर पा रही है ऐसे में नैक की कल्पना मजाक ही लगती है. 

राठौर ने कहा कि अब संगठन पूरी तरह आर पार को तैयार है एक से दो दिन में अगर बीएड प्रकरण में जांच प्रक्रिया शुरू करते हुए एम एड में चयनित छात्रों की सूची नहीं जारी की गई तो बुधवार से संगठन आंदोलन की तीसरी कड़ी में क्रमबद्ध आंदोलन का आगाज करेगा. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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