मधेपुरा: जिला मुख्यालय स्थित भारत फाइनांस इनक्लूजन लिमिटेड में बीते 9 अप्रैल को एक लूटपाट की घटना हुई थी. उक्त घटना के बाबत पुलिस ने गिरोह का पर्दाफाश कर लिया है. लूटपाट की इस घटना में शामिल छह लुटेरों को गिरफ्तार किया गया है. गिरफ्तार लुटेरों से पुलिस ने लूट की 1 लाख 72 हजार रुपये, घटना में प्रयुक्त एक बुलेट बाइक, दो एफजेड बाइक, एक लोडेड पिस्टल, चार कारतूस, पांच मोबाइल व लूटी गई तिजोरी के कटे हुए पार्ट्स बरामद किया है.
सदर एसडीपीओ के नेतृत्व में टीम का हुआ गठन
पुलिस अधीक्षक योगेंद्र कुमार ने बताया कि लूट की घटना के बाद सदर थाने में अज्ञात के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया था. जिसके बाद गहन तफ्तीश के लिए सदर एसडीपीओ अजय नारायण यादव के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया. टीम में सर्किल इंस्पेक्टर प्रशांत कुमार, सदर थानाध्यक्ष सुरेश प्रसाद सिंह, सहायक अवर निरीक्षक हृदय लाल राम, राम वचन प्रसाद, टेक्निकल सेल के धीरेंद्र कुमार, कमांडो विपिन कुमार, विकाश कुमार सहित अन्य पुलिस बलों को शामिल किया गया.
गठित टीम ने वैज्ञानिक अनुसंधान के द्वारा घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर सहरसा जिला के नौहट्टा थाना के विभिन्न गांव के अलावे सहरसा मुख्यालय में भी कई जगहों पर छापेमारी की. जिसके बाद कुल 6 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार अपराधियों में नौहट्टा थाना क्षेत्र के ओरिया गांव से अभिषेक कुमार उर्फ कुणाल, नौहट्टा के रमोती गांव से मो. कौशर सलेहीन उर्फ अप्पू, सहरसा सूबेदारी टोला से संतराज और विकाश कुमार, सिमराहा वार्ड नं. 35 से अमित आनंद, तिवारी टोला से कन्हैया कुमार को गिरफ्तार किया गया है.
भारत फाइनांस कंपनी के पूर्व कलेक्शन एजेंट थे लूटकांड के मुख्य पात्र
अपराधियों के निशानदेही पर बिहारीगंज थाना क्षेत्र के सरौनी गांव में छापामारी कर घटना के दौरान लूटी गई तिजोरी के कटे हुए पार्ट्स को बरामद किया गया. पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने बताया कि लूट कांड में भारत फाइनांस कंपनी के पूर्व कलेक्शन एजेंट अभिषेक कुमार उर्फ कुणाल के द्वारा लाइनर का काम किया गया. उसी ने बताया कि रुपया कहाँ रहता है. घटना से पहले बैंक की रैकी भी कराई गई थी.
पूछताछ में अपराधियों ने लूटकांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. उन्होंने कहा कि गिरफ्तार अपराधियों का सहरसा में एक बड़ा गैंग सक्रिय है. संतराज, विकाश कुमार और कन्हैया कुमार मिश्रा के खिलाफ सहरसा सदर थाना में कई मामले दर्ज हैं. सहरसा पुलिस इन अपराधियों की काफी समय से तलाश कर रही थी. उन्होंने कहा कि अन्य गिरफ्तार अपराधियो के आपराधिक इतिहास का पता लगाया जा रहा है.
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