मधेपुरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा के कुलपति प्रो. डॉ. फारूक अली को बेस्ट वाइस चांसलर का आवार्ड मिलने पर डेविड यादव ने बधाई संप्रेषित किया है. जयप्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. डॉ. फारूक अली को गोल्डन अवार्ड के तहत शिक्षा में उत्कृष्ट कार्य एवं लीडरशिप के लिए बेस्ट वाइस चांसलर अवार्ड दिया गया है. मुंबई के ऑर्किड होटल में आयोजित ऑनलाइन वर्चुअल मोड में हुए समारोह में संस्था ने पूरे भारत से भिन्न-भिन्न क्षेत्र में लोगों एवं अन्य कुलपतियों को भी सम्मानित किया.
डेविड यादव ने बताया कि कुलपति फारुक अली की सादगी एवं सरलता ने मुझे काफी प्रभावित किया है. कुलपति प्रो. डॉ. फारुक अली भूपेंद्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय मधेपुरा में तीन वर्ष प्रति कुलपति के पद पर कार्यरत रहे हैं. उनका कार्यकाल स्वर्णिम रहा है. इन्होंने अपने कार्यकुशलता एंव सकारात्मक सोच से विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय ख्याति दिलाने की भरपूर कोशिश की. हम गौरवान्वित महसूस करते हैं कि हमें इतने अच्छे कुलपति के संरक्षण में ज्ञान अर्जित करने का मौका मिला है.
उन्होंने कुलपति के स्वभाव एवं कार्यकुशलता की सराहना करते हुए कहा कि वे बहुत ही सरल स्वभाव के हैं. सबसे बड़ी खासियत इनमें यह है कि इन्हें कभी भी इतने बड़े पद पर होने का कोई घमंड नहीं होता है. प्रतिकुलपति के पद पर रहते हुए भी इन्होंने जन्तु विज्ञान के कई टॉपिक मुझे पढ़ाए हैं. कुलपति प्रो. डॉ. फारुक अली ने सम्मानित होने के बाद कहा कि उन्होंने जेपी महाविद्यालय नारायणपुर से अपनी शिक्षा प्रारंभ की और स्नातक डीएवी महाविद्यालय भागलपुर से किया.
उसके अलावा उन्हें पढ़ाई के दौरान मेरिट स्कॉलरशिप, नेशनल स्कॉलरशिप, यूजीसी फैलोशिप, सीएसआई फेलोशिप मिल चुका है. उसके बाद पीएचडी स्कूल ऑफ साइंस से जेएनयू से 2 वर्ष के रिकॉर्ड समय में शोध प्रबंध पूरा किया. कार्बोहाइड्रेट मेटाबॉलिज्म और थायरोक्सिन के प्रभाव का अध्ययन किया. अपने शोध में उन्होंने खोज किया कि स्मरण का सीधा संबंध ब्लड शुगर के स्तर से होता है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....