मधेपुरा: बेटियां अब किसी क्षेत्र में बेटों से कम नहीं हैं बल्कि वो निरन्तर संघर्ष के बीच सफलता की नई कहानियां लिख अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रही हैं. उक्त बातें छात्र संगठन एआईएसएफ के प्रांतीय नेता हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने बुधवार को देर शाम संविधान निर्माता डॉ आंबेडकर की जयंती और साहित्य के अमर दीप राहुल सांकृत्यायन की पुण्यतिथि पर बिहार पुलिस में चयनित जिले की बेटियों और उनके कोच को बधाई देते हुए कही.
उन्होंने कहा कि जहां यह जिले कि अन्य बेटियों के लिए प्रेरणा है वहीं गौरव भी. उन्होंने कहा कि डॉ आंबेडकर के संविधान निर्माण और राहुल सांकृत्यायन के साहित्य सफर का उद्देश्य भी यही था कि समाज के हर वर्ग के लोगों विशेष कर महिलाओं को अपने अनुसार आगे बढ़ने का अवसर मिले. जो धीरे धीरे साकार भी हो रहा है.
बिहार पुलिस में चयनित गई जिले की बेटियों को शुभकामना देते हुए छात्र नेता राठौर ने इस अवसर इनके कोच शम्भु कुमार को माला पहना कर स्वागत किया और उनकी सफलता का आधार उनके सफल मार्गदर्शन को दिया और उम्मीद जताई कि आगे भी इस समाज के बेटे बेटियां को इसी तरह तैयार कर अपना भविष्य संवारने में मदद करते रहेंगे.
उन्होंने इस अवसर पर संगठन की ओर से घोषणा किया कि एक कार्यक्रम आयोजित कर सभी सफल बेटियों को सम्मानित किया जाएगा. कोच शम्भु कुमार ने बताया कि उनके नेतृत्व में तैयारी करने वाली प्रतिभागियों में नौ केंडिडेट सुमन भारती ललिता, पल्लवी, साधना, मनीषा, रूबी, नंदनी, रिमी, अभिलाषा और रितेश का चयन हुआ है वहीं सोनम, रूपम, मधु सहित कुछ केंडिडेट के रिजल्ट पेंडिंग है.
चयनित हुए केंडिडेट में जिले की चर्चित धाविका सुमन भारती ललिता की विशेष उपलब्धि यह रही कि उन्हें फिजिकल में पूरे सौ अंक मिले वहीं महिला वर्ग में पहला और ओवर आल बारहवां स्थान मिला है और उनकी पोस्टिंग बीएमटी -2 में रोहतास हुई है. सबों की सफलता का श्रेय उनके लगातार प्रयास और मजबूत इरादे को दिया. उन्होंने कहा कि दारोगा की परीक्षा में भी जिले की कई बेटियों के चयनित होने की प्रबल संभावना है. इस अवसर पर सफल हुए केंडिडेट ने भी अपने कोच को माला पहनाकर और आशीर्वाद लेकर आभार जताया.
(रिपोर्ट:-ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....