मधेपुरा: मधेपुरा के जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में विगत दिनों ऑक्सीजन की भारी मात्रा में कमी के चर्चा के बीच एआईएसएफ ने मुख्यमंत्री को पत्र लिख इसकी शिकायत कर त्वरित निदान की मांग की है. संगठन की ओर से सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लिखे पत्र में एआईएसएफ के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने लिखा है कि अस्पताल में ऑक्सीजन पर्याप्त मात्रा में नहीं होने के कारण कई मरीजों के जान से हाथ धोने की शिकायत विगत दिनों की थी इधर हर दिन नए खुलासे होते रहते हैं डॉक्टर्स व कर्मी की कमी से जूझ रहे मेडिकल कॉलेज में भर्ती मरीज के साथ लापरवाही का आलम यह है कि अब यह अस्पताल कम जिंदा आदमी को मारने का केंद्र बनता जा रहा है.
ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर फरार रहते हैं कई दैनिक पत्रों व मीडिया की छानबीन की डीएम के औचक निरीक्षण में यह बात सामने भी आईं है. इसमें मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य की भूमिका भी संदिग्ध लगती है. मधेपुरा सहित आसपास के आधे दर्जन जिलों की संजीवनी इस मेडिकल कॉलेज के उद्घाटन में आपके द्वारा किए गए अनगिनत वादे और स्वास्थ्य मंत्री द्वारा अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस विश्वस्तरीय अस्पताल की घोषणा वाले अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी का नोटिस चिपकान, ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर का ड्यूटी छोड़ निजी क्लिनिक में रमना, मीडिया में कुव्यवस्था की लगातार पोल खोलना अपने आप में शर्मनाक है.
वहीं एआईएसएफ नेता राठौर ने कहा कि कोरोना महामारी के भीषण तांडव के बीच इस क्षेत्र में सिंघेश्वर के विधायक को छोड़ अन्य जनप्रतिनिधियों का गायब होना अपने आप में शर्मनाक है उनका काम सिर्फ सरकार कि घोषणाओं पर बधाई देना अथवा सरकार को कोसना ही रह गया है ऐसे जनप्रतिनिधि को आगे आकर इस कुव्यवस्था को सुधारने व मेडिकल कॉलेज की कमी को अपने फंड से पूरा करने का प्रयास करना चाहिए.
छात्र नेता राठौर ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मांग किया है कि उक्त बिंदुओं पर यथाशीघ्र संज्ञान लेते हुए जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी, डॉक्टर्स की मनमानी व अन्य कुव्यवस्था को दूर करने अपने स्तर से यथाशीघ्र पहल करेंगे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)