मुरलीगंज: मुरलीगंज जिला परिषद क्षेत्र संख्या 12 पूर्वी की जिप सदस्या के देवर पवन राम की मंगलवार रात्री अज्ञात बदमाशो ने गोली मारकर हत्या कर दी. आनन-फानन में स्थानीय लोगों ने परिजन को सूचना देते हुए पवन राम को सीएचसी पहुंचाया. जहां ड्यूटी पर तैनात डाक्टर महताब ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. हलांकि लोगो का कहना है कि गोली लगने से मौके पर ही पवन की मौत हो गयी थी. सूचना मिलते ही पुलिस विभिन्न बिन्दुओ पर जांच पड़ताल करते हुए छापेमारी शुरू कर दी है.
साथ ही परिजनो से पूछताछ करते हुए कागजी प्रक्रिया पूरी कर शव को पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सौंप दिया गया. जानकारी अनुसार मृतक व्यक्ति पवन राम (32) कोल्हायपट्टी पंचायत के पूर्व सरपंच राकेश राम के छोटे भाई और जीप सदस्य द्रोपदी देवी के देवर थे. मंगलवार की रात साढे नौ बजे घर से बाइक पर सवार होकर कोल्हायपट्टी चौक स्थित बस पड़ाव आ रहे थे. इसी दौरान कोल्हायपट्टी पासवान टोला के पास पूर्व से घात लगाये बदमाशो ने पवन के दाहिने ओर पंजरे मे गोली मारकर फरार हो गए.
गोली चलने की घटना गांव में आग की तरह फैल गयी. घटना की सूचना पर पुलिस पदाधिकारी दल बल के साथ पहुंचकर छानबीन की. बताया गया कि पिछले साल लाॅकडाउन से पवन राम कोल्हायपट्टी चौक पर अन्य राज्यों से आने जाने वाले बसों पर सवारी देने का काम करते थे. घटना से एक दिन पूर्व पवन का किसी व्यक्ति के साथ विवाद (झगड़ा) भी हुआ था. हलांकि घटना के कारण का अभी तक कुछ पता नही चल पाया हैं. लेकिन पुलिस घटना से जुड़े कई मुख्य बिंदुओ पर जांच कर रही है.
घटना से आक्रोशित लोगो ने कई घंटो तक कोल्हायपट्टी चौक एसएच 91 को जाम कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की. लेकिन प्रशासन के पहल पर जाम को हटाया गया. बताया गया कि मृतक अपने पीछे पत्नी बिजली देवी, दो पुत्र एवं एक पुत्री को छोड़कर चल बसा है. ऐसी घटना से स्थानीय लोगो में भय का माहौल है. पवन के मौत से पूरे परिवार सदमे में है. गांव में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है. इधर घटना के संबंध मे मृतक के भाई राकेश राम ने बताया कि पवन का किसी के साथ कोई मतभेद नही था. हत्या के कारणो का पता नही चल रहा है.
पिछले लाॅकडाउन से ही पवन दूसरे राज्यो से आये बसो को सवारी देने का काम किया करता था. ऐसे व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कई सवालिया निसान खड़ा करते है. उन्होंने सरकार से इस हत्या का उच्च स्तरीय जांच करवाने का मांग किया है. थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने कहा कि पीड़ित परिवार दाह संस्कार में लगे थे. जिस कारण अभी तक आवेदन प्राप्त नहीं हुआ हैै. वैसे विभिन्न बिन्दुओं पर छानबीन की जा रही है.