मधेपुरा: नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना के प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. कृतेश्वर प्रसाद के असामयिक निधन पर बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण सहित संपूर्ण विश्वविद्यालय परिवार ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. कुलपति डाॅ. रमण ने बताया कि कृतेश्वर प्रसाद एक सरल स्वभाव के मिलनसार व्यक्ति थे और उनमें एक कुशल प्रशासक के सभी गुण मौजूद थे. उनके निधन से शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है.
उन्होंने बताया कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना के प्रति कुलपति के रूप में कृतेश्वर प्रसाद के कार्यों को हमेशा याद रखा जाएगा. यह दुःखद है कि उनका कार्यकाल आगामी 10 मई को समाप्त हो रहा था. लेकिन उसके पूर्व ही उनका निधन हो गया. उन्होंने बताया कि नालंदा खुला विश्वविद्यालय, पटना के पूर्व मगध विश्वविद्यालय, बोधगया के प्रति कुलपति के रूप में भी इनका कार्य काफी सराहनीय रहा. खासकर शोधार्थियों के हित में किया गया कार्य स्मरणीय है.
उन्होंने बताया कि डाॅ. कृतेश्वर प्रसाद ने 1980 में पटना विश्वविद्यालय, पटना में भूगर्भशास्त्र के प्राध्यापक के रूप में अपनी सेवा शुरू की थीं. वे अपने विषय के प्रकांड विद्वान, लोकप्रिय प्राध्यापक एवं कुशल प्रशासक थे. पटना विश्वविद्यालय के कुलानुशासक के रूप में उनके कार्यों को लोग आज भी याद करते हैं. वहाँ छात्र संघ चुनाव में भी इनकी अहम भूमिका रही.
संवेदना व्यक्त करने वालों में विश्वविद्यालय की प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आभा सिंह, कुलानुशासक डाॅ. विश्वनाथ विवेका, कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद, जनसंपर्क पदाधिकारी डाॅ. सुधांशु शेखर एवं अन्य प्रमुख हैं. सबों ने डाॅ. कृतेश्वर प्रसाद की आत्मा की शांति की कामना की है और ईश्वर से प्रार्थना की है कि वे उनके परिजनों एवं शुभचिंतकों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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