कुलपति के आदेश बन रहे मजाक, पदाधिकारियों की मनमानी चरम पर: राठौर - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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19 जून 2021

कुलपति के आदेश बन रहे मजाक, पदाधिकारियों की मनमानी चरम पर: राठौर

मधेपुरा: बीएनएमयू मुख्यालय स्थित बी एड विभाग में हुए ऑन स्पॉट एडमिशन में बड़े स्तर पर रोस्टर की अनदेखी और सीट से ज्यादा नामांकन की लगातार साक्ष्य प्रस्तुत करने के बाद छीछालेदर होने पर विश्वविद्यालय ने डी एस डब्लू की अध्यक्षता में जांच कमिटी बनाई. जिसमे ग्यारह फ़रवरी को जारी पहली अधिसूचना के बाद चौबीस फ़रवरी को दूसरी अधिसूचना जारी कर दस दिन के अंदर रिपोर्ट जमा करने को कहा गया उस अधिसूचना के कई माह गुजर गए लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आई. उक्त बातें वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के छात्र नेता हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा. 

उन्होंने कहा कि कोरोना से पहले लगातार आंदोलन करके पहल को विवश किया गया लेकिन जांच टीम जांच प्रकिया को अंजाम नहीं दे स्की. उल्टे दोषी पदाधिकारियों को बचाने के लिए मामले कि लीपापोती की जा रही है जिसे एआईएसएफ किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने कहा कि कुलपति व कुलसचिव के स्तर से आश्वाशन मिलने के बाद भी सबकी मिलीभगत से सीट से अधिक छात्रों से लिए गए फीस को छात्रों पर दबाव बना वापस किया गया. जिसका साक्ष्य संगठन के पास है.  बीएनएमयू में मामले को दबाने के लिए बनती हैं जांच टीम, ऐसे मामलों को संग्रहित करेगी संगठन

छात्र नेता राठौर ने कहा कि बीएनएमयू में किसी भी मामले पर जांच कमिटी बना उसकी लीपापोती करने की परम्परा रही है जो इस बार सम्भव नहीं. वहीं राठौर ने कहा कि बीएनएमयू में छात्रों के साथ न्याय तो दूर सिंडीकेट सदस्य सह प्राचार्य प्रो रामनरेश सिंह पर लगे आरोप के जांच को बनी जांच टीम भी अभी तक अपना रिपोर्ट निर्धारित समय पर जमा नहीं कर पाई वहीं तीनों जिलों के कॉलेज के कई पदाधिकारियों व प्राचार्य पर बनी जांच टीम की हालत भी यही है जो दर्शाती है कि बीएनएमयू में पदाधिकारियों में ही अनुशासन नहीं है. 


छात्र नेता राठौर ने साफ शब्दों में कहा कि संगठन अब वैसे मामलों व जांच कमिटी को तलाश कर राजभवन तक घसीटेगी. राठौर ने कहा कि पदाधिकारियों की मनमानी से इस क्षेत्र के प्रतिभाओं का शोषण आम बात हो गई है इसे सबको मिलकर रोकने की जरूरत है. वहीं राठौर ने कुलपति की लगातार सक्रियता की सराहना करते हुए दोहरे चरित्र के पदाधिकारियों से बचने की अपील की. उन्होंने कहा कि जल्द ही अगर बीएड ऑन स्पॉट एडमिशन, सिंडीकेट सदस्य सह प्राचार्य, कैंटीन प्रकरण, प्राचार्य नियुक्ति मामले आदि पर बनी जांच टीम ने करवाई करते हुए रिपोर्ट नहीं सौंपी तो एआईएसएफ कोरोना काल के बाद एक बार फिर पूरी तैयारी के साथ आंदोलन को विवश होगा.

(रिपोर्ट:- ईमेल) 

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