बिना सूचना के गायब रहते हैं शिक्षक, बनाई जाती है बच्चों की फर्जी उपस्थिति - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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23 सितंबर 2021

बिना सूचना के गायब रहते हैं शिक्षक, बनाई जाती है बच्चों की फर्जी उपस्थिति

मुरलीगंज: प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों शिक्षकों और शिक्षिका की मनमानी, बिना सूचना के विद्यालय से गायब एवं छात्रों की फर्जी उपस्थिति का मामला लगातार सामने आ रहा है. इसी कड़ी में मुरलीगंज प्रखंड अंतर्गत कई पंचायतों के कुछ शिक्षक शायद स्कूलों से गायब रहने को ही अपनी ड्यूटी समझ बैठे हैं. वही राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी एव प्राथमिक विद्यालय भेलाही पासवान टोला का मामला प्रकाश में आया है. जहां कई ग्रामीणों की शिकायत के बाद हमारे संवाददाता राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी पहुँचे तो विद्यालय में बिना किसी सूचना के 3 शिक्षक व शिक्षिका अनुपस्थित पाए गए. 
विद्यालय में मात्र 30 बच्चे उपस्थित पाए गए. दरअसल राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी में कार्यरत 6 शिक्षकों में से 3 उपस्थित थे. जबकि कुल नामांकित 119 छात्रों में से 30 छात्र उपस्थित थे. बता दे कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय कोल्हायपट्टी डुमरिया यह विद्यालय एक सामुदायिक भवन में चल रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि मनुस्मृति एवं अनिता कुमारी जो पखवाड़े में एक दिन आती है और सभी दिन के उपस्थिति को बना कर चली जाती है. मौके पर मौजूद हेडमास्टर सदानंद यादव से इसी मामले में सवाल पूछा गया तो देखिये कैसे बोलती बंद हो गयी. 
मौके पर उपस्थित ग्रामीण अखिलेश कुमार ने बताया कि विद्यालय प्रधान को इसके लिए कई बार कहा गया है कि विद्यालय के प्रति एवं शिक्षकों के प्रति लापरवाही ना बरतें फिर भी यह विद्यालय को सही चलाने में अक्षम नजर आते हैं. वही प्राथमिक विद्यालय भेलाही पासवान टोला में नामांकित 123 बच्चे में से मात्र छः उपस्थित 4 शिक्षक शिक्षिका में मात्र 2 शिक्षिका उपस्थित विद्यालय हेडमास्टर एवं अन्य शिक्षक गायब थेे. शिक्षकों को मिलता है बड़े-बड़े विभिन्न दलों के नेताओं का संरक्षण स्कूल की जांच होते ही पत्रकारों को आने लगता है बड़े बड़े नेता का फोन पर धमकीयां. 
वही जिला शिक्षा पदाधिकारी वीरेन्द्र नारायण ने बताया, मामले की जांच करवा कर कार्रवाई की जाएगी. स्कूल से गायब रहने वाले सभी शिक्षकों से उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि अब किसी भी हाल में किसी भी शिक्षक की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. हर हाल में अब शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी देनी होगी. अगर ऐसा नहीं करेंगे तो उनपर कार्रवाई की जाएगी. इसलिए शिक्षक अपनी आदतों में सुधार लाएं और बच्चों के भविष्य से खेलना बंद कर दें. 
(रिपोर्ट:- रमन कुमार) 
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