मुरलीगंज: किसान संघर्ष मोर्चा के आह्वान पर आहूत भारत बंद का असर मुरलीगंज में भी देखने को मिला. किसान विरोधी कृषि कानून को वापस करने, मंहगाई, डीजल-पेट्रोल, रसोई गैस की बेतहाशा मूल्य वृद्धि सहित अन्य मांगों को लेकर सोमवार को शहर के बेंगा पुल एनएच 107 को जामकर किसान संगठनों के साथ राजद, कांग्रेस,भाकपा-माले सहित महागठबंधन के घटक दलों के नेताओं ने शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया. जिसको सम्बोधित करते हुए किसानों ने अपनी खराब हालात का दर्द बयां करते मक्के के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीददारी नही होने, गेंहू धान की खरीद के नाम जारी लूट की दास्तान बतायी. क्षेत्र के पलायन करने वाले मजदूरों के रोजगार छिनने के खतरों पर चर्चा के साथ ही बिजली बिल कानून का विरोध किया. वक्ताओं ने खेती, रोटी व रोजगार छिनने वाला कानून वापस लेने के नारे भी लगाए. वक्ताओं ने बढ़ती महँगाई का जिक्र करते हुए कहा कि आज रोटी पर खतरा हो गया है. एक तरफ सरकार किसान आंदोलन की उपेक्षा कर रही दूसरे तरफ कारपोरेट को सरकारी सम्पति बेच रही है. देश में चल रहे किसान आंदोलन के साथ एकजुटता प्रकट करते हुए तीनों कानून वापस लेने, न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी का कानून बनाने की मांग की. सभा को कोशी नव निर्माण मंच के अध्यक्ष सन्दीप यादव, राजद नेता आभास, विजय यादव, सीपीएम के एडवोकेट वैद्यनाथ, भाकपा माले नेता केके सिंह राठौर, शशि चन्द्र उर्फ गलटू यादव, बिट्टू यादव, शंकर जायसवाल, भवेश भक्त, प्रभात कुमार भारती, बिजेन्द्र, चन्द्रकिशोर, शिशुपाल, महेन्द्र यादव सहित अनेक लोगों ने बातें रखी. मौके पर रौशन कुमार रवि, रामधीन शाह, जवाहर, डोमी पासवान, मिथिलेश, बबलू आदि सैकड़ो की संख्या में किसान व नेता उपस्थित थे.
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