मधेपुरा: नगर परिषद कर्मियों की हड़ताल छठे दिन भी जारी रही. हड़ताल का असर अब शहर में दिखने लगा है. गली-मुहल्ले से लेकर चौक-चौराहे तक गंदगी का साम्राज्य है. कचरा की बदबू से लोग अब परेशान होने लगे हैं. दूसरी और आउटर्सोसिग पर काम कर रहे एनजीओ के कर्मी मंगलवार को भी काम पर नहीं आए. सफाईकर्मियों का कहना है कि अब सरकार को समझ में आ जाना चाहिए कि एनजीओ किसी काम का नहीं है. सफाईकर्मियों का कहना है कि सरकार अपना रवैया बदले नहीं तो आउटसोर्सिंग पूरे नगर निकाय को बर्बाद कर देगा. मांगे पूरी होने तक जारी रहेगी लड़ाई. बिहार राज्य स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ व बिहार लोकल बाडीज कर्मचारी संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले नप के कर्मियों ने काम को नहीं होने दिया. संघ के संयोजक दीपक कुमार ने बताया कि हमलोगों की 12 सूत्री मांग पर सरकार गंभीरता नहीं दिखा रही है. उन्होंने कहा कि हमारी मांगों में स्थायी सेवाकर्मी को सातवें वेतन का लाभ, आउटसोर्सिंग को बंद करना, समूह घ का पद को फिर से बहाल करना आदि मांगे है. उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमलोगों की मांगों को गंभीरता से नहीं लेकर उसका निराकरण करती है तब तक आंदोलन जारी रहेगा. उन्होंने कहा कि नगर निकाय पूरी तरह से आउटसोर्सिंग पर निर्भर हो गई है. इस बार हमलोग आरपार की लड़ाई के मूड में है. मौके पर मो. सलाम, मो लड्डू, अनिता देवी, नीलम देवी, विदेशी मललिक, सतीश यादव, संजय पासवान, उमेश मल्लिक, संजय यादव, सचेन यादव, समरजीत, अनिल, अशोक, पबिया आदि मौजूद थे.
(रिपोर्ट:- मोहन कुमार)
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