बीएनएमयू की उदासीनता से हो सकता है लाखों का नुक़सान: राठौर - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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14 सितंबर 2021

बीएनएमयू की उदासीनता से हो सकता है लाखों का नुक़सान: राठौर

मधेपुरा: बीएन मण्डल विश्वविद्यालय की लचर व्यवस्था व उदासीनता के कारण समान फीस लागू नहीं होने से लॉस ऑफ एडमिशन एंड एग्जाम फीस के रूप में सरकार द्वारा मिलने वाली लाखो की राशि में पेंच लग सकता हैै. ये बातें वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कही. छात्र नेता राठौर ने कहा कि बीएनएमयू के अंगीभूत एवम् संबद्ध महाविद्यालयों में एडमिशन व फॉर्म भराई के फीस में घोर असमानता है जिसके कारण लॉस ऑफ एडमिशन एंड एग्जाम फीस के लिए दावा करते समय सूची बनाने में कई अड़चनों का सामना करना पड़ेगा और उसके बाद भी उक्त राशि सरकार से मिलने का रास्ता साफ नहीं होगा क्योंकि सरकार दावा के समय सिर्फ ऐसे छात्र,छात्राओं की सूची और फीस दर मांगती है और उसी आधार पर राशि भेजती है. 
शिक्षा विभाग अपर सचिव के साथ गर्ल्स,एससी,एसटी फ्री एजुकेशन के मुद्दे पर हुई बैठक में बीएनएमयू कुलपति ने स्वीकार भी किया था कि विश्वविद्यालय में फीस दर में समानता नहीं है जिससे सूची बनाने में दिक्कत होगी इसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा. लेकिन उस बैठक के कई माह गुजर जाने के बाद भी समान फीस के लिए पहल नाममात्र भी नहीं किए. वहीं पटना विश्वविद्यालय में सबकुछ ठीक होने के कारण लॉस ऑफ एडमिशन फीस की पहली किस्त सरकार से मिल भी गई जबकि फीस समान नहीं होने के कारण बीएनएमयू अभी तक सूची भी तैयार नहीं कर पा रहा. एआईएसएफ नेता राठौर ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय और सरकार के आदेश के बाद कुलपति के निर्देश पर निशुल्क शिक्षा का आदेश जारी हुआ लेकिन आज भी उसका पालन ईमानदारी नहीं हो रहा हैै. 
विभिन्न महाविद्यालयों सहित पीजी विभाग में खुलेआम छात्राओं, एससी, एसटी के छात्रों से फीस लिया जा रहा है जिसका साक्ष्य प्रस्तुत करने के बाद भी उनपर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई. वहीं लगभग 27 सालों से लॉस ऑफ एग्जाम फीस के लिए भी दावा नहीं किए जाने के पीछे का कारण शायद फीस की यही असमानता है. एआईएसएफ की ओर से राठौर ने कुलपति से मांग किया कि अविलंब बीएनएमयू में अंगिभूत एवम् संबद्ध महाविद्यालयों में समान फीस लागू किया जाए जिससे सरकार लॉस ऑफ एडमिशन एंड एग्जाम फीस का दावा करने में कोई दिक्कत नहीं हो.
साथ ही बीएनएमयू अंतर्गत महाविद्यालयों व विभागों में सख्ती से सरकार के फ़्री गर्ल्स, एससी, एसटी एजूकेशन के आदेश को लागू करते हुए एससी एसटी व बीसी वन के छात्र छात्राओं को निशुल्क फॉर्म भरवाया जाए. एआईएसएफ इसको लेकर अब छात्रों के बीच जाकर संवाद स्थापित कर उन्हें जागरूक करने का काम करेगी साथ ही विश्वविद्यालय स्तर पर जारी संघर्ष में इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाने का काम करेगी. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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