मधेपुरा: विश्वविद्यालय के सभी अंगीभूत महाविद्यालय के प्रधानाचार्यों की बैठक कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आर. के. पी. रमण की अध्यक्षता में संपन्न हुई. बैठक में यह बताया गया कि विशेष रूप से बिहार सरकार के पत्र के आलोक में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और सभी वर्ग की छात्राओं से नामांकन के समय शुल्क नहीं लेने से संबंधित विभिन्न पहलुओं पर विचार किया गया. सभी महाविद्यालयों को क्षतिपूर्ति की राशि की गणना कर 5 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय में जमा कराना है. निर्णयानुसार स्नातक प्रथम खंड 2020-21 में नामांकन की प्रक्रिया का सुचारू संचालन किया जाएगा. सभी अंगीभूत महाविद्यालयों में एक समान विकास शुल्क के निर्धारण पर विचार चल रहा है. सभी प्रधानाचार्यों को यह निदेशित किया गया कि परीक्षा प्रपत्र में को त्रुटि नहीं रहे. महाविद्यालय में विद्यार्थियों से एनएसएस और खेलकूद एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम के मद में ली जाने वाली राशि का विश्वविद्यालय अंश ससमय जमा कराया जाए. इस अवसर पर प्रति कुलपति प्रोफेसर डाॅ. आभा सिंह, डीएसडब्लू डाॅ. अशोक कुमार यादव, कुलानुशासक डाॅ. विश्वनाथ विवेका, कुलसचिव डाॅ. मिहिर कुमार ठाकुर, अकादमिक निदेशक डाॅ. एम. आई. रहमान, डाॅ. मोहित कुमार घोष, डाॅ. अभय कुमार, डाॅ. अबुल फजल, डाॅ. शंकर कुमार मिश्र, डाॅ. सुधांशु शेखर और विभिन्न महाविद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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