मधेपुरा: रविवार को मधेपुरा रेलवे स्टेशन परिसर में एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष निशांत यादव के नेतृत्व में सहरसा और पूर्णिया के बीच पूर्व से चल रहे दस जोड़ी ट्रेन में से पाँच ट्रेन को रद्द करने के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. मौके पर एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि मधेपुरा के आवाम के लिये रेलसेवा के नाम पर केवल पटरी और प्लेटफार्म है, ट्रेने गायब है. लंबी दूरी की ट्रेन तो छोड़िये लोकल ट्रेनें भी यहाँ से हटा लिया गया है. बड़ी लाइन बिछने से यहाँ के आवाम को उम्मीद जगी कि बेहतर व्यवस्था होगी लेकिन इससे बेहतर रेलसेवा तो छोटी लाइन के समय थी. यहाँ लॉकडाउन के पूर्व दस ट्रेने थी जिसमें से पाँच ट्रेनों को बंद कर दिया गया है. निशांत यादव ने कहा कि सरकार के बैठे लोगों की मंशा मधेपुरा के आवाम के प्रति हमेशा से सौतेला रहा है और इसके कई उदाहरण भी हैं. रेल इंजन कारखाना को केवल नाम का कारखाना बनाकर रख दिया गया है. यहाँ से निर्मित ट्रेनों पर मधेपुरा का नाम नहीं होता है. उन्होंने कहा कि हमारी माँग है कि पूर्व की भांति ही सभी ट्रेनों को सहरसा-पूर्णिया रेल खंड में बहाल किया जाय, लंबी दूरी के ट्रेने एवं राज्यरानी एक्सप्रेस का आखरी स्टॉपेज मधेपुरा किया जाय. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि रेल विभाग ने अगर हमारी माँग पर जल्द पहल नहीं किया तो एनएसयूआई चरणबद्ध तरीके से उग्र आंदोलन करेगी.
धरना प्रदर्षण में मुख्य रूप से एनएसयूआई छात्रनेता प्रभात कुमार मिस्टर, किसन राज, आशुतोष राणा, नीरज यादव, हिमांशु राज, जितेंद्र कुमार, साजन कुमार, अंशु पासवान, संदीप, रामविलाश, पुरुषोत्तम, नीतीश, अजय, विशाल, दीनबंधु, प्रधान, शिवकुमार, पवन यादव समेत दर्जनों स्थानीय लोग मौजूद रहे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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