सौंदर्य शास्त्र की प्रकृति और दृष्टिकोण विषयक संगोष्ठी आयोजित - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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6 जनवरी 2022

सौंदर्य शास्त्र की प्रकृति और दृष्टिकोण विषयक संगोष्ठी आयोजित

मधेपुरा: भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा के हिंदी विभाग में मानविकी संकायाध्यक्ष सह हिन्दी विभागाध्यक्ष डॉ ऊषा सिन्हा की अध्यक्षता में सौंदर्यशास्त्र की प्रकृति और दृष्टिकोण विषयक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व कुलसचिव, मार्क्सवादी विचारक, लेखक प्रो. सचिंद्र ने कहा कि सौंदर्यशास्त्र संवेदनात्मक-भावनात्मक गुण-धर्म और मूल्यों का अध्ययन है. कला, संस्कृति और प्रकृति का प्रतिअंकन ही सौंदर्यशास्त्र है. उन्होंने कहा कि भारतीय सौंदर्य शास्त्र और पाश्चात्य सौंदर्यशास्त्र दोनों में भिन्नताएं हैं. 

पाश्चात्य काव्यशास्त्र जहां भौतिकता व उपभोक्तावाद की तरफ ले जाता है, वहीं भारतीय सौंदर्यशास्त्र सत्- चित- आनंद अर्थात सच्चिदानंद की तरफ ले जाता है अर्थात जो शाश्वत है. जिसमें प्रकृति का अनुपम आनंद है. उन्होंने मार्क्सवाद पर भी विस्तार से चर्चा की. चर्चा करते हुए उन्होंने कार्ल मार्क्स के जीवन चरित और उनके सिद्धांतों पर विस्तार से चर्चा की. उन्होंने बताया कि कार्ल मार्क्स का जीवन कितना अनोखा रहा. अंत में उन्होंने जतसार लोकगीत के तर्ज़ पर अपनी रचना "जननी बनल हम दुनिया बसैलों ए दैया" सुनाई. विभागाध्यक्ष डॉ ऊषा सिन्हा ने कहा कि "सौंदर्य शास्त्र"जटिल लेकिन रोचक विषय है.  
आज का यह व्याख्यान ,छात्रों के लिए काफी लाभदायक सिद्ध होगाा. संगोष्ठी में प्रथम सेमेस्टर के छात्र धीरज कुमार, सुशील कुमार, आरती कुमारी, रोजी कुमारी, श्वेता संगम, राकेश द्विजराज सहित अन्य छात्र उपस्थित थे. संगोष्ठी का संचालन विभाग के वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ विनय कुमार चौधरी व धन्यवाद ज्ञापन विभाग की सहायक प्राध्यापिका डॉ पूजा गुप्ता ने किया. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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