बीएनएमयू में भ्रष्टाचार व कुव्यवस्था चरम पर: राठौर - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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22 जनवरी 2022

बीएनएमयू में भ्रष्टाचार व कुव्यवस्था चरम पर: राठौर

मधेपुरा: एचएस कॉलेज उदाकिशुनगंज में एडमिशन इंचार्ज, एमएलटी कॉलेज में प्रधानाचार्य द्वारा छात्रों से घुस लेने के साक्ष्य सहित वायरल वीडियो का मामला अभी शांत हुआ भी नहीं कि एम एल टी कॉलेज लैब स्टाफ द्वारा प्रायोगिक परीक्षा के पर पेपर 300 रुपए मांगने का वीडियो आना दर्शाता है कि विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार और छात्रों का शोषण सातवें आसमान पर है उक्त बातें वाम छात्र संगठन एआईएसएफ के बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने एम एल टी कॉलेज में कुछ ही दिनों के अंतराल में घुस मांगने के दूसरी वीडियो पर संगठन की बीएनएमयू इकाई की ओर से कड़ा ऐतराज जताते हुए कही. 

उन्होंने कहा कि इसका मूल कारण पूर्व के दोषियों पर कारवाई की जगह उन्हें सह देना है अगर कुछ ही दिनों पहले एच एस कॉलेज के एडमिशन इंचार्ज व एम एल टी कॉलेज के दोषी प्रधानाचार्य को अनुशासनहीनता के दायरे में लेकर कड़ी करवाई की होती तो आज दुबारा इस प्रकार की घटना की पुनरावृति नहीं होती. एआईएसएफ बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने कहा कि कुलपति अविलंब इस मामले पर संज्ञान लें और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करें अन्यथा धीरे धीरे यह परंपरा सी बन जाएगी. छात्र नेता राठौर ने कहा कि दुखद है कि वर्तमान कुलपति, प्रति कुलपति सहित अन्य वरीय पदाधिकारियों ने अपने आप को कार्यालय तक सीमित कर के रख लिया है पहले कि तरह औचक निरीक्षण चलता और कुलपति व प्रति कुलपति विभाग व विभिन्न कॉलेजों में औचक निरीक्षण करते रहते तो पदाधिकारी व कर्मियों मे दहशत रहता लेकिन अब ऐसा नहीं है.  
एआईएसएफ नेता राठौर ने खुले तौर पर मांग किया कि अविलंब तीनों वायरल वीडियो की उच्च स्तरीय समिति द्वारा जांच कराएं अन्यथा संगठन आंदोलन को विवश होगा क्योंकि संगठन किसी भी कीमत पर छात्रों का शोषण बर्दाश्त नहीं करेगा. उन्होंने पदाधिकारियों से अपील किया कि वे चेंबर से बाहर निकल समय समय पर औचक निरीक्षण भी करें जिससे पदाधिकारियों में दहशत के साथ साथ छात्रों की समस्याओं से रूबरू होने का मौका भी मिलेगा. राठौर ने कुलपति से मांग किया कि ऐसी घटनाओं पर नकेल कसने के लिए जरूरी है कि प्रति कुलपति अथवा अन्य कड़े व इमानदार पदाधिकारी के नेतृत्व में जांच कमिटी बने जो बिना किसी के प्रभाव में आए जांच कर सके. वहीं राठौर ने कहा कि वर्तमान कुलपति पर बीएनएमयू के चाटुकारों की टीम हावी हो चुकी है कुलपति को वैसे दोहरे चरित्र वाले पदाधिकारियों के प्रभाव से मुक्त हो विश्वविद्यालय हित में कड़े व प्रभावकारी फैसले लेने की जरूरत हैै. कुलपति स्थानीय हैं और उन्हें हर समस्याओं की गहरी जानकारी है. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 

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