पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, पत्रकारों पर हमले का मतलब लोकतंत्र पर हमला: रामानंद - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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26 मई 2022

पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ, पत्रकारों पर हमले का मतलब लोकतंत्र पर हमला: रामानंद

मधेपुरा: सहरसा के जिले सुलिंदाबाद पंचायत में मंगलवार को पुलिस-प्रशासन के द्वारा मधेपुरा खबर के उप संपादक सुनीत साना को बेवजह मारपीट एवं गाली-गलौच की गई. जिसको लेकर पत्रकार व समाजसेवी रामानंद कुमार ने नीतीश सरकार पर करारा हमला बोला. उन्होंने कहा कि पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. पत्रकारों पर हमले का मतलब लोकतंत्र पर हमला है. रामानंद कुमार ने कहा कि पत्रकार जोखिम लेकर जनता को सूचना पहुंचाता है. 

उसकी खबरें किसी को खुश तो किसी को नाराज भी कर सकती हैं. पर इसका मतलब यह नहीं कि पत्रकारों की आवाज को दबाने के लिए उन पर हमले किया जाए. उन्होंने कहा कि राज्य में ऐसी घटनाएं होने लगी हैं, जो चिंताजनक है. रामानंद ने कहा, सत्तापक्ष यह भूल गया है कि लोकतंत्र में सबको बराबरी का हक है. पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है. पत्रकारों पर हमले का मतलब लोकतंत्र पर हमला है. हमको इससे बचना होगा. रामानंद ने आगे कहा कि बिहार में लगातार पत्रकारों को दबाने का प्रयास हो रहा है. पत्रकार असुरक्षित हैं. उनके पास ना तो नौकरी की गारंटी है, ना ही व्यक्तिगत सुरक्षा. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....

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