दमन हो रहा है प्रेस की आजादी: सारंग - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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4 मई 2022

दमन हो रहा है प्रेस की आजादी: सारंग

मधेपुरा: प्रेस की आजादी का दमन हो रहा है, दुनिया के 80% देशों में प्रेस की आजादी घटी है. बीते साल 47 पत्रकार मारे गए, 350 से ज्यादा को जेल में डाल दिया गया. उक्त बातें बीएनएमयू के रिसर्च स्कॉलर सारंग तनय ने कही. उन्होंने कहा कि भारत में अक्सर प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर चर्चा होती रहती है. 3 मई को प्रत्येक साल मनाए जाने वाले विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर भारत में भी प्रेस की स्वतंत्रता पर बात होना लाजिमी है. आज प्रेस दुनियां में खबरें पहुंचाने का सबसे बेहतरीन माध्यम है. भारत में प्रेस की स्वतंत्रता भारतीय संविधान के अनुच्छेद-19 में भारतीयों को दिए गए अभिव्यक्ति की आजादी के मूल अधिकार से सुनिश्चित होती हैै. 

विश्व स्तर पर प्रेस की आजादी को सम्मान दिलाने के लिए UNO की महासभा द्वारा 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस घोषित किया गया, जिसे विश्व प्रेस दिवस के रूप में जाना जाता है. इस साल का थीम है- जर्नलिज्म अंडर डिजिटल सीज यानी डिजिटल निगरानी में पत्रकारिता. सारंग तनय ने बताया कि यूनेस्को द्वारा 1997 में हर साल 3 मई को विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस पर गिलेरमो कानो वर्ल्ड प्रेस फ्रीडम प्राइज भी दिया जाता है. यह पुरस्कार उस व्यक्ति या संस्थान को दिया जाता है जिसने प्रेस की स्वतंत्रता के लिए उल्लेखनीय कार्य किया हो. भारतीय पत्रकारिता में हमेशा 'विचार' हावी होता है, जबकि पश्चिम में 'तथ्यात्मक' पर जोर दिया जाता है. इससे कहीं न कहीं हमारे पत्रकारिता के स्तर में कमी आती है. 

इसके अलावा भारतीय पत्रकारों में पुरस्कारों के प्रति जागरूकता की भी कमी है, वे इसके लिए प्रयासरत नहीं रहते. प्रेस किसी भी समाज का आईना होता है. प्रेस की आजादी से यह बात साबित होती है कि उस देश में अभिव्यक्ति की कितनी आजादी/ स्वतंत्रता है. भारत जैसे लोकतांत्रिक देश में प्रेस की स्वतंत्रता एक मौलिक जरूरत है. प्रेस और मीडिया हमारे आसपास घटित होने वाली घटनाओं से हमें अवगत करवा कर हमारे लिए खबर वाहक का काम करती है, यही खबरें हमें दुनिया से जोड़े रहती है. विश्व प्रेस स्वतंत्रता दिवस का उद्देश्य प्रेस की आजादी के महत्व के प्रति जागरूकता फैलाना है. प्रेस की आजादी और समाचारों को लोगों तक पहुंचाकर, सशक्त हो रहे मीडियाकर्मियों का व्यापक विकास करना इसका उद्देश्य है. फ्रीडम रैंकिंग में भारत 180 देशों की सूची में 142वें नंबर पर है. इस लिस्ट में पहले स्थान पर नार्वे है. 
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....

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