मधेपुरा: केंद्रीय पुस्तकालय, भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा में पांडुलिपि विज्ञान एवं लिपि विज्ञान पर केंद्रित तीस दिवसीय उच्चस्तरीय कार्यशाला बुधवार से शुरू हो रही है. इसका उद्घाटन कुलपति प्रो. (डॉ.) आर. के. पी. रमण करेंगे. इस अवसर पर पूर्व कुलपति प्रो. (डॉ.) अवध किशोर राय मुख्य अतिथि एवं प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) आभा सिंह विशिष्ट अतिथि होंगे. कुलसचिव प्रो. (डॉ.) मिहिर कुमार ठाकुर एवं एनएम के समन्वयक (कार्यशाला) डॉ. श्रीधर बारीक सम्मानित अतिथि होंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय पुस्तकालय के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ. अशोक कुमार करेंगेे.
अतिथियों का स्वागत उप कुलसचिव (अकादमिक) डॉ. सुधांशु शेखर, संचालन पृथ्वीराज यदुवंशी और धन्यवाद ज्ञापन सिड्डु कुमार करेंगे. डॉ. शेखर ने बताया कि यह कार्यशाला बिहार में पहली बार आयोजित हो रही है. इसके लिए राष्ट्रीय पांडुलिपि मिशन, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली द्वारा अनुदान प्राप्त हुआ है. कार्यशाला में अधिकतम तीस प्रतिभागी भाग ले सकेंगे, जिनका चयन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा.
इसमें वैसे शिक्षक एवं शोधार्थी, जो संस्कृत, इतिहास, दर्शनशास्त्र, पुरातत्त्व, पाली, प्राकृत, हिंदी आदि में स्नातकोत्तर उपाधि प्राप्त हों और पूर्व में पांडुलिपि विज्ञान एवं लिपि विज्ञान से संबंधित इक्कीस दिवसीय कार्यशाला में भाग ले चुके हों. पंजीयन की अन्तिम तिथि 17 मई तक निर्धारित है. उन्होंने बताया कि कार्यशाला पूर्णत: निःशुल्क है. बाहर के प्रतिभागियों के लिए आवास एवं भोजन की उत्तम व्यवस्था रहेगी. प्रतिभागियों को गमनागमन हेतु तृतीय श्रेणी का वातानुकूलित रेल या बस किराया दिया जाएगा.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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