छातापुर: स्वास्थ्य विभाग द्वारा गुरुवार को दिव्यांगता शिविर का आयोजन किया गया. जिसमें दिव्यांगजनों की विस्तृत जांच की गई. शिविर में सुपौल से आएं डॉ. मनोज कुमार, डॉ. सुमित केशरी द्वारा दिव्यांग बच्चे बच्चियां तथा महिला पुरुषों की जांच कर उनकी सर्टिफिकेट बनने की प्रक्रिया पूरी की. यहां बता दे कि इस दिव्यांग शिविर के तहत आवेदन देने वाले दिव्यांगजनों की जांच डॉक्टर टीम द्वारा कर उनमें से योग्य दिव्यांगजनों को 21 दिन के अंदर डाक के माध्यम से उनके पैतृक आवास पर सर्टिफिकेट भेज दिया जाएगा. इधर, डॉक्टर टीम द्वारा गुरुवार को 3 बजे ही शिविर से चले जाने से कई दिव्यांग जांच से वंचित रह गए. उनलोगों का कहना था कि पौने 3 बजे शिविर में पहुंच जाने से डॉक्टर ने उन्हें आज नही देखने की बात कही.
कहा कि अब 3 महीने बाद शिविर लगेगी तब जांच कराना है. इतना कहकर आधा दर्जन से अधिक दिव्यांग जो कि अलग अलग पंचायतों से शिविर में पहुंचे थे उन्हें छोड़ डॉक्टर चले गये. जिससे दिव्यांग जनों में काफी मायूसी दिखी. उन लोगों का कहना था कि कुछ समय देकर डॉक्टर द्वारा उन्हें देख लिया जाता तो उनकी मेहनत सफल हो जाती. लेकिन डॉक्टर द्वारा उल्टे दिव्यांग जनों को फटकार लगाकर वहां से यह कहकर चलें जाना कि यह शिविर मेरे मर्जी से चलती है सभी को मायूस कर गया. इधर, बीडीओ रितेश कुमार सिंह ने इस बाबत कहा कि डॉक्टर का समय से पूर्व जाने की जानकारी नही थी. जानकारी ली जा रही है सभी छूटे दिव्यांग जनों के लिए जल्द शिविर आयोजित की जाएगी. मौके पर स्वास्थ्य प्रबंधक नोमान अहमद, ज्योति जांगीर (जीएनएम), अजय कुमार आदि थे.
(रिपोर्ट:- संजय कुमार भगत)
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