मधेपुरा: दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय का सबसे महत्वपूर्ण आयोजन है. हर एक विद्यार्थी का यह सपना होता है कि वह दीक्षांत समारोह में प्रमाण-पत्र प्राप्त करे. यह बात कुलपति डॉ. आर. के. पी. रमण ने कही. वे मंगलवार को प्रेस-वार्ता को संबोधित कर रहे थे. कुलपति ने कहा कि दीक्षांत समारोह हम सबका आयोजन है. इसमें सबका साथ जरुरी है. हम सबों को मिलकर इसे शानदार एवं यादगार बनाना है. इस समारोह से विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा जुड़ी है और विश्वविद्यालय की प्रतिष्ठा पर ही हमारी प्रतिष्ठा निर्भर है. अतः सबों को इस आयोजन में अपनी-अपनी सर्वोत्तम भागीदारी सुनिश्चित करनी है.
कुलपति ने बताया कि वे कई महिनों से दीक्षांत समारोह की तिथि निर्धारण हेतु प्रयासरत थे और इसके लिए उन्होंने अपने योगदान के साथ ही राज्यपाल सह कुलाधिपति को प्रस्ताव भेजा था. लेकिन वर्ष 2020 एवं 2021 में कोरोना महामारी के खतरों के कारण समारोह का आयोजन नहीं किया जा सका. खुशी की बात है कि लंबे प्रयास के बाद विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर सम्यक् विचारोपरांत कुलाधिपति फागू चौहान ने चतुर्थ दीक्षांत समारोह के लिए 3 अगस्त, 2022 की तिथि निर्धारित करने की कृपा की है. कुलपति ने बताया कि इसके पूर्व विश्वविद्यालय का पहला दीक्षांत कार्यक्रम 29 जून, 2016 को, द्वितीय 23 दिसंबर, 2018 को और तृतीय दीक्षांत 17 दिसंबर 2019 को हुआ था.
सौभाग्य की बात है कि चतुर्थ दीक्षांत समारोह तीन अगस्त को निर्धारित है. कुलपति ने बताया कि चतुर्थ दीक्षांत समारोह में कुल 45 विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक प्रदान किया जाएगा. इनमें 25 छात्राएं हैं, जबकि छात्रों की संख्या मात्र 20 है. उन्होंने बताया कि चतुर्थ दीक्षांत समारोह में पीएच. डी. एवं स्नातकोत्तर के विद्यार्थी भाग लेंगे. इस निमित्त 14 दिसंबर, 2019 से अद्यतन पीएच. डी. डिग्री और स्नातकोत्तर 2016-18 एवं 2017-19, एमडी एवं एमएस 2020 (i), एमएलआईएस 2019-20, एमएड 2017-19, 2018-20 एवं 2019-21 के विद्यार्थियों का प्रमाण पत्र बन रहा है. कुल 571 विद्यार्थियों द्वारा आवेदन प्रपत्र जमा किया गया है. समारोह के निमित्त साफ- सफाई एवं सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और पूरे परिसर को दुल्हन की तरह सजाने की योजना है.
दीक्षा मंच पर मधुबनी पेंटिंग लगाया जा रहा है. अतिथिगृह सहित सभी प्रमुख भवनों के रंग-रोगन का कार्य जारी है. मुख्य द्वार पर लाइट लगाने का प्रस्ताव है. कुलपति ने बताया कि दीक्षांत समारोह को लेकर विश्वविद्यालय के सभी लोगों से सहयोग की अपील की गई है. पहले सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक हुई थी. सोमवार को विश्वविद्यालय मुख्यालय एवं स्नातकोत्तर विभागों में कार्यरत सभी शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की एक बैठक हुई. मंगलवार को सभी संकायाध्यक्षों एवं विभागाध्यक्षों की बैठक हुई. इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी नरेंद्र प्रसाद सिन्हा, अध्यक्ष, छात्र कल्याण डॉ. पवन कुमार, कुलानुशासक डॉ. बी. एन. विवेका, सीसीडीसी डॉ. इम्तियाज अंजुम, कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर, परीक्षा नियंत्रक आर. पी. राजेश, निदेशक अकादमिक डॉ. एम. आई. रहमान एवं जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर आदि उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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