मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष को हटाने को लेकर सौंपा ज्ञापन - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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18 नवंबर 2022

मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष को हटाने को लेकर सौंपा ज्ञापन

मधेपुरा: छात्र जदयू नेताओं ने बुधवार को बीएनएमयू के कुलपति डॉ. आरकेपी रमण व डीएसडब्ल्यू राजकुमार सिंह को मांग पत्र सौंपकर मनाेविज्ञान विभाग के एचओडी को हटाने की मांग की है. जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ के प्रदेश महासचिव प्रो. अभिषेक कुशवाहा, निखिल सिंह यादव एवं प्रखंड अध्यक्ष सतीश कुमार कुशवाहा ने कहा है कि बीएनमंडल विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान के विभागाध्यक्ष डाॅ एमआई रहमान के द्वारा बीएन मंडल विश्वविद्यालय को चाय का ढाबा बोलना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. एक उच्चतम पद पे रहते हुए विश्वविद्यालय का नाम मिट्टी में मिलाने का काम किये है और ऐसा बोलकर पूरे विश्वविद्यालय को अपमानित करने का काम किये है. हमारे लालू नगर को बदनाम करने का काम किये है. 
जिस बीएन मंडल विश्वविद्यालय का इतिहास गौरवपूर्ण है उस इतिहास को धूमिल करने का काम किये है जिम्मेदार पद पर रहते हुए इस ढंग से इनके द्वारा क्यू लिखा गया. ऐसे गैरजिम्मेदाराना पदाधिकारी को ऐसी परिस्थित में विभागाध्यक्ष के पद से मुक्त किया जाए. बीएनमंडल विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक प्रो. आरपी राजेश को जो छात्र हित में सही लगा वो किये छात्र हित में हमेशा काम किये है और करते है जो विश्वविद्यालय को पूरे बिहार में सेशन रेगुलर में एक नम्बर पर ला दिये है. उनके उत्कृष्ट काम पर उंगली उठाना सरासर गलत है. 

मालूम हो कि डाॅ. रहमान के पास मनोविज्ञान में चार सीट अतिरिक्त बचा हुआ है फिर भी विभागाध्यक्ष रहते हुए चार सीट को दबा दिया गया है. जो छात्र हित के खिलाफ है विभाग में पीएचडी के लिए चौदह से अधिक सीट खाली है. कई शिक्षकों ने हेड पर मनमानी व नजरंदाज करने का आरोप लगाया है. हेड की मनमानी व नजरअंदाज के बाद ऐसे कई शिक्षकों ने सीधे परीक्षा विभाग को ही अपने अंदर के रिक्त संख्या की सूची सौंपी है, उन्हीं के आधार पर चौदह सीट दिखाई गई है और हेड के अन्दर भी कई सीट खाली है. जिसे वह दबाये है जिस कारण छात्र भी असमंजस में है. 

इसलिए जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ बिहार एवं छात्र जदयू मांग करती है कि इस समस्या का समाधान करते हुए इनके विश्वविद्यालय को लेकर गलत बयान देने के लिए इन्हे पद से अविलंब इस्तीफा दिलवाकर इनके पैतृक महाविद्यालय भेजने की कृपा की जाए. मांग के पूरा नही होने की स्थिति में जदयू शिक्षा प्रकोष्ठ बिहार एवं छात्र जदयू आन्दोलन करने को बाध्य होगी इसलिए अविलंब इनको पद से हटाया जाये.
(रिपोर्ट:- ईमेल) 
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