मधेपुरा: राजकीय सिंहेश्वर महोत्सव में स्थानीय विधायक व आमजन के लगातार विरोध के बाद आखिरकार जिला प्रशासन द्वारा अपना एकतरफा फैसला बदलते हुए विनोद राठौर, सत्यम कुमार, चांदनी मुखर्जी, अतुल पंडित जैसे कलाकारों को आमंत्रित करना ट्रनिंग प्वाइंट साबित हुआ यह लगातार जिला प्रशासन द्वारा अपने फैसले थोपने पर पूर्ण प्रतिबंध विराम साबित हुआ. ये बातें वाम युवा संगठन एआईवाईएफ के जिला अध्यक्ष हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने सूबे के मुख्यमंत्री, पर्यटन मंत्री, कला संस्कृति मंत्री को आभार व्यक्त करते हुए कही. ज्ञातव्य हो कि विगत दिनों आमजनों के भावना के विपरित जिला प्रशासन ने सिंहेश्वर महोत्सव में बाहरी कलाकारों के चयन में एकतरफा निर्णय ले लिया था. राठौर ने कहा कि दुखद है वर्तमान जिला पदाधिकारी कभी भी यहां के सांस्कृतिक गतिविधि के प्रति गंभीर नहीं रहे.
पिछले वर्ष उनकी लापरवाही के कारण राजकीय गोपाष्टमी महोत्सव का कैलेंडर में शामिल नहीं होना और फंड आने में अंत तक संसय रहना ज्वलंत उदाहरण है. शुक्र था कि सिंहेश्वर विधायक ने लगातार एक सप्ताह तक दौर धूप कर महोत्सव को वापस लाया था. उसी तरह सिंहेश्वर महोत्सव के लिए भी समय रहते तैयारी नहीं की गई जिसका परिणाम है कि आखिरी समय तक तैयारी चल रही है. शनिवार से सोमवार तक चलने वाले महोत्सव में शुक्रवार दोपहर तक उद्घाटन कर्ता व अतिथियों के नाम तक तय नहीं होने पर वाम युवा संगठन एआईवाईएफ जिला अध्यक्ष राठौर ने कड़ी नाराजगी जताई है और इसके लिए जिला पदाधिकारी के कार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह खड़ा करते हुए कहा कि आखिर इस उदासीनता को क्या नाम दिया जाए. जब जिले के सर्वाधिक बजट वाले महोत्सव में कार्ड, बैनर, फ्लैक्स पर उद्घाटन कर्ता, अतिथियों तक की चर्चा नहीं है. आखिरी समय में संपर्क साधने के कारण कमिश्नर का भी समय नहीं मिल पा रहा है.
गोपाष्टमी महोत्सव की तरह राजकीय सिंहेश्वर महोत्सव में भी डीएम के छुट्टी पर चले जाने पर सवाल खड़ा करते हुए राठौर ने कहा कि इससे हर बार आयोजन की प्रक्रिया में दिक्कत आती है क्योंकि डीएम के मुख्यालय में नहीं रहने से फैसले आसानी से नहीं हो पाते हैं. शुरू में चर्चा थी कि जिला प्रशासन उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव उद्घाटन करने आयेंगे लेकिन ऐसा नहीं हुआ अगर वो आते तो उनसे कुछ घोषणा की उम्मीद रहती जिससे इस क्षेत्र को लाभ होता. राठौर ने कहा कि संगठन बहुत पहले से आयोजन प्रकिया शुरू करने की मांग कर रहा था लेकिन उस पर ध्यान नहीं दिया गया जो दुखद है. लापरवाही का आलम यह है कि आम लोगों को जोड़ने के लिए शनिवार से शुरू होने वाले आयोजन में शुक्रवार तक प्रचार प्रसार को अंतिम रूप नहीं दिया जा सका था.
राठौर ने राजकीय सिंहेश्वर महोत्सव के अवसर पर स्थानीय निवासी व प्रखर स्वतंत्रता सेनानी रहे कार्तिक सिंह के परिजन को भी सम्मानित करने की मांग की राठौर ने कहा कि यह संयोग है कि यह अमृत महोत्सव वर्ष है उनके परिजन को मंच से सम्मानित करने से आमजन को अपने बीच के हस्तियों से जुड़ने का अवसर मिलेगा. विगत साल स्थानीय निवासी व बांस बोरिंग के आविष्कारक पद्म श्री राम प्रसाद चौधरी की पत्नी को सम्मानित किया गया था.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
पब्लिसिटी के लिए नहीं पब्लिक के लिए काम करना ही पत्रकारिता है....