मधेपुरा: बुधवार को बीएन मंडल विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. मिहिर ठाकुर से युवा रालोजद के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रो. अभिषेक कुशवाहा एवं आइसा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने सयुंक्त वार्ता कर 42 रोज से आन्दोलन कर रहे. सभी 86 कर्मचारीयो के समर्थन मे वार्तालाप कर अविलंब आन्दोलन को खत्म करवाने के आग्रह किया. प्रो. अभिषेक कुशवाहा ने कहा है कि विश्वविद्यालय द्वारा वैकल्पिक व्यवस्था कर कालेज के कर्मचारीयो से काम करवाया जा रहा है. क्या यह उचित है. क्या इस व्यवस्था से विश्वविद्यालय सुचारु रूप से चल सकेगी. क्या इससे सभी 86 कर्मचारीयो के साथ अन्याय नही हो रहा है. इसे क्या काला दिवस के रूप मे मनाया नही जा सकता है. क्योकि स्थापना काल से जिस 86 कर्मचारीयो से काम करवाया जा रहा है.
जिसमें 42 को हटाने के लिए नोटिस देकर स्पष्टीकरण पूछा जाना नाइंसाफी है. जिस करमचारियो को विश्वविद्यालय द्वारा नियुक्त किया जाता है. उसी कर्मचारीयो को हटाने के लिए नोटिस देना विश्वविद्यालय प्रशासन का तानाशाह आदेश है. यह विश्वविद्यालय को ब्लैक लिस्टेड करने की साजिश लगती है. जिसे युवा रालोजद नही मानती है.विश्वविद्यालय जल्द-से-जल्द सभी 86 करमचारियो के आन्दोलन को खत्म करवा कर उनकी मांगो को मान कर पुनः सभी को अपने अपने काम पे लौटाये तभी विश्वविद्यालय सुचारु रूप से चल सकेगी. आइसा के राष्ट्रीय परिषद सदस्य सह विश्वविद्यालय अध्यक्ष अरमान अली ने कहा है कि यह विश्वविद्यालय के इतिहास का सबसे काला दिन है. 86 कर्मचारीयो के रहते वैकल्पिक व्यवस्था कर विश्वविद्यालय को जबरन बलपूर्वक चलाया जा रहा है. इस पे अरमान अली ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. यह स्थायी समाधान नही है. जिसमें विश्वविद्यालय प्रशासन उदासीन रवैया अपनाये हुए है. हड़ताल कर रहे कर्मचारीयो की कोई सुधी लेने वाला नही है.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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