मधेपुरा: पूर्व रिसर्च स्कॉलर सारंग तनय को भूपेंद्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय से डॉक्टरेट की उपाधि मिली है. सारंग तनय ने "बिहार की राजनीति में सामाजिक न्याय से संबंधित प्रक्रियाओं का विश्लेषणात्मक अध्ययन" विषय पर अपना शोध कार्य किया है. पीएच.डी. पूरा होने पर सारंग तनय को यह उपाधि दी गई है. 22 अगस्त 2024 को सारंग तनय का वॉयवा (मौखिकी परीक्षा) हुआ था. कुलपति प्रो.डॉ. बीएस झा के आदेश पर परीक्षा नियंत्रक प्रो. शशिभूषण ने 03 सितम्बर 2024 को अधिसूचना (नोटिफिकेशन) जारी किया गया. बाह्य परीक्षक के रूप में एसकेएम विश्वविद्यालय दुमका(झारखंड) की अंगीभत इकाई केकेएम कॉलेज पाकुड़ के प्रधानाचार्य डॉ. युगल झा रहे. उनके आंतरिक परीक्षक/ सुपरवाइजर(गाइड) केपी कॉलेज मुरलीगंज (मधेपुरा) के प्रधानाचार्य डॉ. जवाहर पासवान रहे.
सारंग तनय को यह उपाधि मिलने पर विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों, शिक्षकों और अन्य शुभचिंतकों ने बधाई एवं शुभकामनाएं दी है. उन्होंने सभी का आभार जताया है. मालूम हो कि 22 अगस्त को हुई पीएच.डी. वॉयवा(मौखिकी में मुख्य रूप से कुलसचिव प्रो. डॉ. बिपिन कुमार राय, परीक्षा नियंत्रक प्रो. शशिभूषण, सोशल साइंस डीन प्रो. अशोक कुमार, पॉलिटिकल साइंस हेड डॉ. अर्जुन कुमार यादव, आईक्यूएसी डायरेक्टर प्रो. नरेश कुमार, पूर्व पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर, विकास पदाधिकारी डॉ. ललन प्रसाद अदरी, सोशियोलॉजी हेड डॉ. राणा सुनील सिंह, यूएमआईएस नॉडल डॉ. शशांक मिश्रा, डॉ. रंजन कुमार, डॉ. माधव कुमार, डॉ. सौरभ कुमार,विमल कुमार, मनीष कुमार, यतीन्द्र कुमार मुन्ना, सौरभ कुमार चौहान, सुशील कुमार, निखिल सिंह यादव सहित दर्जनों लोग मौजूद रहे थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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