अलविदा 2024 के उद्घाटनकर्ता पूर्व कुलसचिव अंग्रेजी के चर्चित हस्ताक्षर प्रो. शचींद्र महतो ने कहा कि आजाद पुस्तकालय द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम सराहनीय है. कवि सम्मेलन के माध्यम से जहां जीवन, समाज और राष्ट्र से जुड़े बिंदुओं पर रचनाएं सुनने को मिलता है वहीं बहुत चीजों से जुड़ने का भी. आजाद पुस्तकालय के संयोजक प्रो. विनय कुमार चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित कवि सम्मेलन के प्रारंभ में सारांश, अल्तमश, प्रिंस, आरभ, प्रकाश, गरिमा उर्विशा, सन्निधि, राधा, तलत जिया रहमान, स्नेहा अनस रहमान, खुशी, गुंचा, मसीरा, मदीहा, कायनात जैसे बाल कवियों ने कविता के द्वारा अतिथियों और श्रोताओं की खूब तालियां बटोरी. प्रस्तुति के उपरांत आजाद पुस्तकालय ने अतिथियों द्वारा सभी युवा कवियों को स्थानीय रचनाकारों की किताबें उपहार स्वरूप भेंट कर उत्साहवर्धन किया.
उसके बाद मंच के कवियों में उभरती कवयित्री गरिमा उर्विशा, जेबा, उबैद की कविता ने जहां विभिन्न सामाजिक स्थितियों, सहित प्यार और देशप्रेम को रेखांकित किया वहीं नारी की वर्तमान स्थिति की दर्शाया. उसके बाद वरीय साहित्यकार डॉ भूपेंद्र नारायण यादव मधेपुरी ने अपनी छोटी छोटी रचनाओं की प्रस्तुति से बच्चे, औरत देश पर बात रखी, चर्चित गजलकार डॉ सिद्धेश्वर कश्यप डॉक्टर की गजल प्रस्तुति ने माहौल को नया रंग दिया, प्रो. मणिभूषण वर्मा और सियाराम यादव मयंक की प्रस्तुतियों ने खूब तालियां बटोरी।मंडल विचार मंच के कोषाध्यक्ष डॉ. आलोक कुमार ने आमजन की भाषा में समाज और जीवन सफर में हो रहे बदलाव को बखूबी रखा. फर्जी कवि के नाम से चर्चित डॉ अरुण कुमार ने अपने चिर परिचित अंदाज में अतिथियों और श्रोताओं को खूब हंसायाा. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए आजाद पुस्तकालय के संयोजक प्रो. विनय कुमार चौधरी ने जहां अपनी रचना में परीक्षा में नकल और गैस पेपर के प्रयोग पर चोट किया वहीं मोहब्बत पर लिखी रचना प्रस्तुत कर आयोजन को यादगार समापन किया.इस अवसर पर आजाद पुस्तकालय के संयोजक प्रो विनय कुमार चौधरी सहित सभी अतिथियों ने बेहतर प्रस्तुति के लिए खूबसूरत नज़्म प्रस्तुत करने के लिए जेबा को अंगवस्त्र और बुक के साथ सम्मानित किया. कार्यक्रम का संचालन आजाद पुस्तकालय के संस्थापक हर्ष वर्धन सिंह राठौर ने किया. मौके पर तबस्सुम, इंजीनियर मुरारी, प्रसन्ना सिंह राठौर, नेहा, पायल जेबा चांदनी सादिया सहित दर्जनों के संख्या में श्रोताओं की उपस्थिति रही.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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