मधेपुरा: टीपी कॉलेज परिसर में बुधवार को एनएसयूआई कार्यकर्ताओं की बैठक जिलाध्यक्ष निशांत यादव की अध्यक्षता में हुई. बैठक में मुख्य रूप से विश्वविद्यालय में छात्रों के शोषण के खिलाफ आंदोलन की रणनीति एवं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के बयान के खिलाफ चर्चा हुई. एनएसयूआई जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि आज विश्वविद्यालयों की हालत बहुत खराब हो चुकी है. सरकार साजिशन सरकारी महाविद्यालय एवं विश्वविद्यालय को बंद कर देना चाहती है. बीएनएमयू अंतर्गत महाविद्यालयों में शिक्षकों और कर्मचारियों की भारी कमी है. पठन-पाठन नाम की कोई चीज नहीं बची है. केवल परीक्षाओं का आयोजन हो रहा है. छात्र परीक्षाओं में शामिल होकर परीक्षा तो देते हैं, लेकिन परिणाम में जान-बूझकर बड़े पैमाने पर छात्रों के परिणाम को पेंडिंग कर दिया जाता है. उन्होंने कहा कि मूल प्रमाणपत्र के लिए आवेदन के बाद महीनों इंतजार करना पड़ता है. विश्वविद्यालय में पूरी तरह से अराजकता का माहौल बना हुआ है. बीएनएमयू प्रशासन अगर अपनी कार्यशैली में सुधार नहीं किया तो एनएसयूआई चरणबद्ध आंदोलन को बाध्य होगी. जिलाध्यक्ष निशांत यादव ने कहा कि भाजपा और आरएसएस का नकाब अब पूरी तरह से हटने लगा है. आए दिन संविधान और देश विरोधी बयान सामने आते हैं. पिछले दिनों संविधान निर्माता बाबा साहब पर गृहमंत्री अमित शाह ने आपत्तिजनक बयान दिया. वहीं अब आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देश विरोधी, देश के स्वतंत्रता सेनानियों और महापुरुषों को अपमानित करने वाला बयान दिया. एनएसयूआई महापुरुषों के सम्मान में गुरुवार को टीपी कॉलेज मुख्य द्वार पर आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का पुतला दहन करेगी.
बैठक में एनएसयूआई जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार, जिला महासचिव नवीन कुमार, प्रखंड संयोजक आशीष कुमार, रणधीर कुमार, कृष्णामोहन कुमार, सोनू सूद, संतन कुमार, संजीत, मो. कैफ, लाल बहादुर, सतीश कुमार, प्रदीप समेत दर्जनों एनएसयूआई कार्यकर्ता मौजूद थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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