उन्होंने कहा कि आधुनिक चिकित्सा विज्ञान ने बहुत प्रगति की है. लेकिन आधुनिक दवाइयों के काफी साइड इफेक्ट्स होते हैं. अतः हमारे लिए प्राकृतिक चिकित्सा एक बेहतर विकल्प है. उन्होंने कहा कि हम अपने जीवनशैली में सकारात्मक बदलाव कर अधिकांश बीमारियों से बच सकते हैं. हमें वैसा खान-पान एवं आचार-व्यवहार रखना चाहिए, जिससे बीमारी हो ही नहीं. बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है. कार्यक्रम में की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य डाॅ. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि आज आधुनिक चिकित्सा विज्ञान भी योग, आयुर्वेद एवं प्राकृतिक चिकित्सा के महत्व को स्वीकार कर रहे हैं.
अतिथियों का स्वागत करते हुए मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने कहा कि युवाओं को पठन-पाठन के साथ-साथ सामाजिक सरोकारों से भी जुड़न चाहिए. संचालन करते हुए सीएम साइंस कॉलेज, मधेपुरा के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार ने कहा कि पिछले छह वर्षों में महाविद्यालय में छात्रोपयोगी गतिविधियां बढ़ी हैं. पूर्व कार्यक्रम पदाधिकारी डाॅ. उपेंद्र प्रसाद यादव ने कहा कि सेवा में ही सच्ची शक्ति होती है. हम सबों को सेवा भावना से काम लेना चाहिए. धन्यवाद ज्ञापन एनसीसी पदाधिकारी लेफ्टिनेंट गुड्डु कुमार ने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास में एनएसएस एवं एनसीसी की महती भूमिका है. इससे जुड़ने से विद्यार्थियों को की तरह का लाभ होता है.
कार्यक्रम के प्रारंभ में सभी लोगों ने राष्ट्रनायक स्वामी विवेकानंद, राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और महाविद्यालय के संस्थापक महामना कीर्ति नारायण मंडल के चित्र पर पुष्पांजलि किया. तदुपरांत अतिथियों ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. अतिथियों का अंगवस्त्रम् एवं पुष्पगुच्छ से स्वागत किया गया. इस अवसर पर शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, हेमंत कुमार, सिंटू कुमार, मंटू कुमार, निभा कुमारी, कृष्णा कुमारी, आरती कुमारी, रोशनी खातून, अभिलाषा कुमारी, काजल कुमारी, राकेश कुमार, लवली कुमारी, लवली कुमारी, खुशबू कुमारी, निभा कुमारी, अनुपम कुमारी, श्वेता कुमारी संजना कुमारी, नैना कुमारी, अंकित कुमार, रविका काजमी, मंजेश कुमार, निधि कुमारी, निकेश कुमार, राम रूपेश कुमार, रोहित कुमार, राहुल कुमार, राहुल कुमार, बाबुल कुमार, मुकेश कुमार, कुंदन कुमार, आशीष कुमार आदि उपस्थित थे.
आयोजन सचिव डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि शिविर में पचास चुने हुए स्वयंसेवक- स्वयंसेविकाएँ भाग ले रहे हैं. शिविरार्थियों द्वारा शिविर में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा. विभिन्न बीमारियों से संबंधित स्वास्थ्य शिविर भी लगाया जाएगा. इसके अलावा प्रत्येक दिन विभिन्न विषयों पर ऑफलाइन- ऑनलाइन परिचर्चा होगी.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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