दुर्घटना के वक्त डीपीओ ने कहा - "मैं गाड़ी में नहीं था", क्या ये सच है? - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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30 अप्रैल 2025

दुर्घटना के वक्त डीपीओ ने कहा - "मैं गाड़ी में नहीं था", क्या ये सच है?

मधेपुरा: मंगलवार को एक सड़क दुर्घटना में 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. सभी घायलों का इलाज जननायक कर्पूरी ठाकुर मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में चल रहा है. घटना जिस गाड़ी से हुई वह गाड़ी सर्व शिक्षा अभियान के डीपीओ का गाड़ी था. गाड़ी तेज रफ्तार से सिंहेश्वर की ओर से आ रही थी, इसी दौरान एक ई-रिक्शा में गाड़ी ने जोरदार टक्कर मार दी. टक्कर इतनी जोड़कर थी कि गाड़ी 5 से 7 फीट ऊपर उड़ते हुए खेत में जा गिरी. घटना मधेपुरा-सिंहेश्वर मुख्य मार्ग जजहट सबैला के पास हुई है. घटना स्थल पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि जिस समय गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई उसे समय गाड़ी में डीपीओ अभिषेक कुमार सहित अन्य चार लोग शामिल थे. लेकिन जब डीपीओ से इस मामले में बात की गई तो उन्होंने बताया कि घटना के समय मैं गाड़ी में मौजूद नहीं था. गाड़ी मुझे लाने मेरे घर जा रही थी, और उसी दौरान यह हादसा हुआ. 
बता दें कि साहब का घर सुपौल जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड में है. अगर साहब की बात मान ले तो ड्राइवर उनको लेने उनके घर गए थे. तब तो साहब भी गाड़ी में मौजूद होंगे. अगर साहब गाड़ी में मौजूद नहीं थे तो गाड़ी पर लगा डीपीओ का बोर्ड क्यों नहीं ढका हुआ था. सूत्र बताते हैं कि डीपीओ अभिषेक कुमार सिंहेश्वर प्रखंड सिंगियोंन स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय जांच करने गए हुए थे. जिस समय गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हुई उस समय गाड़ी में डीपीओ, एक शिक्षिका दो ऑफिस स्टाप एवं चालक गाड़ी में मौजूद थे. सिंहेश्वर थानाध्यक्ष को गाड़ी में से डीपीओ का मोबाइल, टैब एवं दस्तावेज मिला है. अब तो यह जांच का विषय है कि गाड़ी में अगर डीपीओ नहीं थे, तो बरबाद उक्त समान गाड़ी में क्या कर रहा था. नियम के अनुसार किसी भी सरकारी कर्मी का मोबाइल, टैब उसके अलावे कोई यूज नहीं कर सकता है बिना लिखित प्रभार दिए. फलहाल यह जांच का विषय है. वहीं सभी घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से मेडिकल कॉलेज पहुंचाया गया, जहां उनका इलाज जारी है. 
(रिपोर्ट:- सुनीत साना) 
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