उदाकिशुनगंज
उदाकिशुनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी व वैलिड दवाई मिलने से खलबली मच गई है.
सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के पसीने छूटने लगे. वे दावा को ठिकाने लगाने की जुगत में लग गए. चिकित्सकों की डिमांड पर अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं.
दवाओं को मरीजों को समय से बांटना होता है. आइ.एफ.सीरफ निर्माण तिथि 09-2017 एक्सपायरी 02-2019 मात्र 7 दिन हीं बचे हैं. उदाकिशुनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खुलेआम काउंटर पर दवाई वितरण किया जा रहा है. एक्सपायरी ज्यादा दवाई ठिकाने लगा दी गई है.
इसमें बैच नंबर आई0 एफ0 एस0जी0 1-17 .222 आयरन सिरप, आईएफ सिरप शामिल है. समें अधिकांश दवाएं एक्सपायर हैं तो कुछ वैलिड भी है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच में जुटे हैं. मरीजों का कहना है कि इतना दवाई आया कहां से जबकि हम लोगों को बाहर की दुकानों से दवाई खाना पर रहा है.
इन दवाईयों ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल दी है. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके सिन्हा ने बताया कि एक्सपायरी दवाई में 7 से 8 दिन बचे हैं.
(रिपोर्ट:- विकास कुमार)
उदाकिशुनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बड़ी मात्रा में एक्सपायरी व वैलिड दवाई मिलने से खलबली मच गई है.
सूचना मिलने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के पसीने छूटने लगे. वे दावा को ठिकाने लगाने की जुगत में लग गए. चिकित्सकों की डिमांड पर अस्पतालों में दवाएं उपलब्ध कराई जाती हैं.
दवाओं को मरीजों को समय से बांटना होता है. आइ.एफ.सीरफ निर्माण तिथि 09-2017 एक्सपायरी 02-2019 मात्र 7 दिन हीं बचे हैं. उदाकिशुनगंज प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में खुलेआम काउंटर पर दवाई वितरण किया जा रहा है. एक्सपायरी ज्यादा दवाई ठिकाने लगा दी गई है.
इसमें बैच नंबर आई0 एफ0 एस0जी0 1-17 .222 आयरन सिरप, आईएफ सिरप शामिल है. समें अधिकांश दवाएं एक्सपायर हैं तो कुछ वैलिड भी है. फिलहाल स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच में जुटे हैं. मरीजों का कहना है कि इतना दवाई आया कहां से जबकि हम लोगों को बाहर की दुकानों से दवाई खाना पर रहा है.
इन दवाईयों ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल दी है. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. डीके सिन्हा ने बताया कि एक्सपायरी दवाई में 7 से 8 दिन बचे हैं.
(रिपोर्ट:- विकास कुमार)