मधेपुरा: अग्निपथ योजना के विरोध में भारत बंद को लेकर जिले कहीं भी असर नहीं रहा. तीन दिनों पहले इसको लेकर हुए बवाल को देखते हुए जिला प्रशासन भी काफी अलर्ट रहा. प्रमुख स्थानों पर बड़ी संख्या में फोर्स की तैनाती की गई थी. पुलिस अधीक्षक समेत अन्य अधिकारी चक्रमण करते रहे. हालांकि इसको लेकर सुबह में व्यापारियों संशय की स्थिति रही. लेकिन लगातार पुलिस के चक्रमण व इंतजामों को देखते हुए व्यापारियों ने धीरे-धीरे दुकानें खोलनी शुरु कर दी. हालांकि बंदी की सूचना का असर आवागमन पर दिखा. रोज की अपेक्षा वाहनों की संख्या कम रही और लोग भी यात्रा करने से बचते रहे.
अग्निपथ योजना के विरोध में तीन पहले उपद्रव के बाद सोमवार को पुलिस पूरी तरह अलर्ट दिखी. रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और सभी सार्वजनिक स्थानों पर पुलिस जवानों की संख्या बढ़ा दी गई थी. खासकर नगर में प्रवेश के सभी रास्ते पर सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई थी. हर आने-जाने वालों के साथ ही शहर के चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही थी. बाजार खुले रहे और रोजाना की तरह कामकाज चलता रहा. हालांकि कई ट्रेनों के निरस्त होने के कारण स्टेशन पर भीड़भाड़ नहीं थी और बाजारों में रोजाना के सापेेक्ष भीड़ कम रही.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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