पटना: बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अंतर्गत संचालित बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना द्वारा गठित राज्य स्तरीय संयुक्त कार्यकारी समूह अर्थात् ज्वाइंट वर्किंग ग्रुप (जेडब्लुजी) की बैठक शुक्रवार को राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान भवन, पटना में आयोजित हुई. इसमें भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा अंतर्गत ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष सह रेड रिबन क्लब (आरआरसी) के नोडल पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर ने भी भाग लिया. डॉ. शेखर ने बताया कि बैठक में सर्वप्रथम रेड रिबन क्लब (आरआरसी) एवं सेहत केंद्र के संबंध में जानकारी दी गई. तदुपरांत विभिन्न विभागों-संगठनों के साथ समन्यवय कर युवाओं में एचआईवी तथा अन्य संबंधित स्वास्थ्य मुद्दों के प्रति जागरूकता एवं बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने हेतु विचार-विमर्श किया गया और सभी सदस्यों से सुझाव प्राप्त किए गए.
डॉ. शेखर ने सुझाव दिया कि आरआरसी एवं सेहत केंद्र में युवाओं की भागीदारी बढ़नी चाहिए. पीयर एडुकेटरों के लिए कुछ प्रोत्साहन राशि की व्यवस्था हो. मुंगेर विश्वविद्यालय, मुंगेर के एनएसएस समन्वयक डॉ. राहुल कुमार ने कहा कि समिति के माध्यम से विश्वविद्यालय अधिकारियों एवं प्रधानाचार्यों को भी आरआरसी एवं सेहत केंद्र की गतिविधियों में सहयोग करने का निदेश जारी होना चाहिए और उनके लिए भी ऑरिएंटेशन प्रोग्राम आयोजित होने चाहिए. बैठक की अध्यक्षता समिति के परियोजना निदेशक अंशुल अग्रवाल (आईएएस) ने की. अतिथियों का स्वागत सहायक परियोजना निदेशक डॉ. एनके गुप्ता, संचालन सहायक निदेशक (युवा) आलोक कुमार सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन सह निदेशक मंत्रेश्वर पाठक ने किया.
समिति के डॉ. सज्जाद अहमद ने सेहत केंद्र की उपलब्धियों एवं कार्य- योजनाओं की जानकारी दी. इस अवसर राष्ट्रीय सेवा योजना के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे, पटना विश्वविद्यालय, पटना की डॉ. सुहेली मेहता, केन्द्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के डॉ. पवनेश कुमार सिंह, मुंगेर विश्वविद्यालय एवं इंदिरा गांधी एनएसएस पुरस्कार विजेता शैलेश कुमार राय भी उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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