डाॅ. रवि की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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16 मई 2023

डाॅ. रवि की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा आयोजित

मधेपुरा: पूर्व सांसद (लोकसभा एवं राज्यसभा) एवं भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के संस्थापक कुलपति प्रोफेसर डॉ. रमेन्द्र कुमार यादव 'रवि' की द्वितीय पुण्यतिथि पर विश्वविद्यालय आवासीय परिसर में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए कुलपति के निजी सचिव शंभू नारायण यादव ने कहा कि डाॅ. रवि ने संस्थापक कुलपति के रूप में मात्र 6 माह के अंदर 122 छोटे-बड़े क्वार्टर एवं प्रशासनिक भवन सहित कोसी प्रोजेक्ट की 22 एकड़ का परिसर विश्वविद्यालय के नाम स्थानांतरित कराकर विश्वविद्यालय की आधारभूत संरचना को मजबूती प्रदान की. साथ ही विश्वविद्यालय परिक्षेत्र के विद्वान शिक्षकों को विभिन्न पदाधिकारियों के रूप में प्रतिनियोजित कराया और 6 माह के अंदर परीक्षा लेकर एवं परिणाम घोषित कर एक रिकार्ड कायम किया. 

उन्होंने बताया कि डाॅ. रवि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी, पूर्व प्रधानमंत्री विश्वनाथ प्रताप सिंह, पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल, पूर्व मुख्यमंत्री जननायक कर्पूरी ठाकुर, दलितों के मसीहा रामविलास पासवान, पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव, पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अत्यंत करीबी रहे. प्रदेश एवं देश की राजनीति में उनका एक विशिष्ट स्थान था. उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी और इसी पार्टी से पहली बार 1977 में मधेपुरा लोकसभा से चुनाव लड़ा था. इसमें वे कम वोटों से असफल हो गए थे. बाद में वे जनता दल के प्रत्याशी के रूप में रिकार्ड मतों से विजयी हुए. वे राजद संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि वित्तीय परामर्शी नरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने कहा कि डाॅ. रवि एक सुप्रसिद्ध विद्वान, स्वाभिमानी शिक्षक, कुशल प्रशासक, लोकप्रिय राजनेता एवं सहृदय इंसान थे. उनके निधन से शिक्षा, साहित्य एवं राजनीति के एक युग का अंत हो गया है. यह पूरे बिहार एवं देश के लिए अपूरणीय क्षति है. उन्होंने कहा कि डाॅ. रवि मधेपुरा के विश्वकर्मा थे. उन्होंने मधेपुरा और कोसी-सीमांचल के विकास में महती भूमिका निभाई है. मई 1981 में मधेपुरा को जिला घोषित कराने और 1992 में यहाँ विश्वविद्यालय की स्थापना उनकी अविस्मरणीय देन है. उन्होंने विश्वविद्यालय एवं कोसी क्षेत्र को एक पहचान दिलाई. 

विशिष्ट अतिथि जंतु विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो. (डॉ.) नरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि डाॅ. रवि शैक्षणिक एवं राजनीतिक क्षेत्र के साथ- साथ विभिन्न सामाजिक, साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संगठनों में भी कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया. वे बुद्धिजीवी विचार मंच के अध्यक्ष, राष्ट्र भाषा परिषद् के सदस्य, बिहार मैथिली अकादमी के सदस्य, सदस्य, राज्य भाषा समिति के सदस्य एवं हिन्दी साहित्य सम्मेलन, मधेपुरा के अध्यक्ष रहे. कार्यक्रम का संचालन करते हुए उपकुलकचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि डॉ. रवि के विचारों एवं कार्यों को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से डाॅ. रवि विचार मंच का गठन किया गया है. इसके माध्यम से इस आदर्श पुरूष की गुणगाथा, उनकी यशकीर्ति एवं विचारों के संरक्षण एवं संवर्धन का प्रयास किया जा रहा है. मंच के आवेदन पर विश्वविद्यालय में डॉ. रवि की आदमकद प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया गया है. 

धन्यवाद ज्ञापन करते हुए 'माया' के अध्यक्ष राहुल यादव ने कहा कि डॉ. रवि की रचनाओं और विभिन्न स्थानों में दिए गए उनके भाषणों को प्रकाशित करने की जरूरत है. इस अवसर पर यूभीके कालेज, कड़ामा में सहायक प्राध्यापक नीलू कुमारी, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान आदि उपस्थित थे. अंत में सबों ने दो मिनट का मौन रखकर डाॅ. रवि को श्रद्धांजलि अर्पित की और ईश्वर से प्रार्थना की कि वे डाॅ. रवि की पवित्र आत्मा को चिर शांति प्रदान करें और सभी परिजनों, शिष्यों एवं शुभचिंतकों को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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