उन्होंने कहा कि बीएनएमयू में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के प्रावधानों को पूर्णरूपेण लागू किया जाएगा. इसके लिए सबों को इसके विभिन्न पहलुओं की समुचित जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है. इसलिए सभी पदाधिकारी, संकायाध्यक्ष, विभागाध्यक्ष, प्रधानाचार्य आदि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के विषय में समुचित जानकारी प्राप्त करें और विद्यार्थियों को भी इसकी जानकारी देना सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि सभी सत्रों को नियमित किया जाए. सभी विलंबित परीक्षाएँ अविलंब आयोजित हों और ससमय त्रुटिरहित परीक्षाफल का प्रकाशन हो.
उन्होंने कहा कि सभी नियमित वेतनभोगी एवं पेंशनधारियों को नियमित रूप से भुगतान सुनिश्चित किया जाए। सभी शिक्षकों एवं कर्मचारियों को उनका सेवांत लाभ सेवानिवृत्ति के दिन ही सम्मानपूर्वक दिया जाए. विश्वविद्यालय में संचिकाओं का नियम-परिनियम के आलोक में त्वरित निष्पादन किया जाए. किसी भी परिस्थिति में किसी को भी विश्वविद्यालय के कार्यालयों का चक्कर नहीं लगाना पड़े.
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रति कुलपति प्रो. (डॉ.) आभा सिंह ने कहा कि हमलोग जीवन में एक आदर्श स्थिति की कल्पना करते हैं. यह ऐसी स्थिति हैं जो कभी प्राप्त ही नहीं होगी. हम इस स्थिति प्राप्ति का प्रयास करते और जब तक हम प्राप्ति तक पहुँचने वाले होते हैं और हमारे सामने में नये आदर्श सामने आ जाते हैं. इस कारण मानव जीवन में हमेशा गत्यात्मकता बनी रहती है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का प्रशासन, एक नियमित प्रक्रिया है. इसमें विभिन्न प्रशासक आते हैं और विश्वविद्यालय को प्रगति के पथ पर अग्रसर करते हैं. अधूरे कार्यों को आगे के प्रशासक आगे बढ़ाते है.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सबका साथ, सबका प्रयास एवं सबका विश्वास जरूरी होता है, जो हमारे प्रधानमंत्री का मूलमंत्र है. यदि हम इस मंत्र के अनुरूप कार्य करें, तो निश्चित तौर पर समस्याओं का निवारण होगा और हमारी प्रगति भी होगी. उन्होंने नवनियुक्त कुलपति को शुभकामनाएं दीं और आशा व्यक्त किया कि इनके मार्गदर्शन में विश्वविद्यालय, देश के अग्रणी विश्वविद्यालयों के बीच अपना स्थान बनाने में कामयाब होगा. इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी नरेन्द्र प्रसाद सिन्हा, डीएसडब्ल्यू प्रो. राजकुमार सिंह, कुलानुशासक डॉ. बी. एन. विवेका, सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष प्रो. अशोक कुमार, मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ. अशोक कुमार, सीसीडीसी डॉ. इम्तियाज अंजूम, सिंडिकेट सदस्य डॉ. जवाहर पासवान, विद्वत परिषद् सदस्य प्रज्ञा प्रसाद, विभागाध्यक्ष डॉ. राणा सुनील सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए.
कार्यक्रम की शुरुआत में विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों, शिक्षकों, कर्मचारियों एवं विद्यार्थियों के द्वारा कुलपति एवं प्रतिकुलपति को अंगवस्त्रम् एवं पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया गया. धन्यवाद ज्ञापन कुलसचिव प्रो. मिहिर कुमार ठाकुर ने की. कार्यक्रम में विकास पदाधिकारी प्रो. (डॉ.) ललन प्रसाद अद्रि, निदेशक (प्रोन्नति कोषांग) प्रो. (डॉ.) अशोक कुमार, वित्त पदाधिकारी अरूण कुमार गुप्ता, परीक्षा नियंत्रक शशिभूषण, एनएसएस पदाधिकारी डॉ. अभय कुमार, निदेशक (खेल) डॉ. अबुल फजल, उप सचिव डॉ. शंकर कुमार मिश्र, उपकुलकचिव (पंजीयन) डॉ. दीनानाथ मेहता, उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर, उपकुलकचिव (परीक्षा) डॉ. उपेन्द्र प्रसाद यादव, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव सहित कई पदाधिकारी, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मचारी, शोधार्थी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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