मधेपुरा: विगत दिनों वाम छात्र संगठन एआईएसएफ बीएनएमयू प्रभारी हर्ष वर्धन सिंह राठौर द्वारा बीएनएमयू परिसर के शिक्षा शास्त्र विभाग में पांच महीनों से वेतन नहीं मिलने की शिकायत मुख्यमंत्री को करने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने संज्ञान लिया है और इस संबंध में शिक्षा विभाग के सचिव को आगे की कारवाई के लिए आवेदन अग्रेषित किया है. ज्ञातव्य हो कि इस संबंध में राठौर ने बीएनएमयू परिसर के शिक्षा शास्त्र विभाग के शिक्षकों द्वारा पांच माह से वेतन नहीं मिलने से आर्थिक, मानसिक, शारीरिक पीड़ा झेलने को मानवता को शर्मसार करने वाले मामले को उजागर किया था और सीएम को पत्र लिखा था. लिखे पत्र में राठौर ने कहा था कि उक्त विभाग में ही शिक्षकों द्वारा मां, पत्नी के इलाज तो इलाज मां के मौत पर भी वेतन जारी नहीं करने का नया मामला सामने आया है. एक शिक्षक द्वारा अपनी पत्नी के हार्ट ऑपरेशन, एवम् शिक्षिका की मां का इलाज के लिए वेतन की मांग पर भी अभी तक भुगतान नहीं होना दुखद है, एआईएसएफ ने कड़ी नाराजगी जताते हुए इसे अक्षम्य अपराध बताया है. एवम् मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए कुलपति से बीएनएमयू मे कुलपति कार्यालय से महज सौ मीटर की दूरी पर अवस्थित शिक्षा शास्त्र विभाग में बीएड एवम् एम एड के शिक्षकों का समूह पांच माह से वेतन के लिए याचना कर रहा है अंत में पांच माह बाद भी वेतन नहीं मिलने के बाद थक हार कर आंदोलन की चेतावनी तक दे दी जो निसंदेह उनके सब्र के बांध टूटने का प्रमाण है. स्वपोषित विभाग में वेतन रोकने का कोई औचित्य नहींं. उम्मीद है सीएम हाउस के संज्ञान लेने से शिक्षकों के साथ न्याय होगा.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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