डेस्क: आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव ने लोकसभा चुनाव के मद्देनजर अपनी पार्टी का घोषणापत्र जारी कर दिया है, जिसमें उन्होंने परिवर्तन पत्र नाम दिया है. इसमें पार्टी की ओर से 24 वचन दिए गए हैं. पार्टी ने एक करोड़ नौजवानों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया है. इसी के तहत तीन लाख रिक्त पदों को भरने के अलावा 70 लाख पदों का सृजन करने का वादा किया है. साथ ही रक्षाबंधन पर गरीब परिवार की बहनों को 1 लाख रुपये की सहायता दी जाएगी. गैस सिलेंडर का दाम 500 रुपये फिक्स किया जाएगा. पुरानी पेंशन योजना को लागू करने और बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने का वादा भी घोषणापत्र में किया गया है. आरजेडी ने घोषणापत्र में राज्य को विशेष पैकेज देने की बात की कही है और साथ ही दस फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य दिलवाने का वादा भी किया है.
अग्निवीर योजना को बंद करने और ड्यूटी के दौरान मारे गए अर्ध सैनिक बलों के जवानों को शहीद का दर्जा देने की बात भी इस घोषणापत्र में है. सामाजिक, आर्थिक और भौगोलिक दृष्टिकोण से एवं आबादी में देश का तीसरा सबसे बड़ा राज्य तथा पिछड़ा राज्य होने के कारण आगामी 5 वर्षों में बिहार में चौमुखी विकास के लिए 1 लाख 60 हजार करोड़ की विशेष वित्तीय सहायता दी जाएगी. इस वित्तीय राशि का लोकसभा क्षेत्रों में समानुपातिक रूप से वितरण किया जाएगा. इसके अंतर्गत प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र को 4000 करोड़ रुपये की विशेष धनराशि मिलेगी. बिहार के पूर्णिया, गोपालगंज, मुजफ्फपुर, भागलपुर एवं रक्सौस एयरपोर्ट को शुरू किया जाएगा. राज्य के आर्थिक विकास पर्यटन एवं यात्रियों की सहूलियत के लिए आवश्यक है कि सभी प्रदेशों और पूर्वी पड़ोसी देशों के साथ अच्छी कनेक्टिविटी हो. बिजली की बेतहाशा बढ़ती कीमतों पर लगाम लगाने के लिए एक आयोग का गठन किया जाएगा.
साथ ही हरेक घरेलू उपभोक्ता को 200 यूनिट बिजली फ्री दी जाएगी. गौरतलब है कि तेजस्वी यादव ने मेनिफेस्टो की घोषणा से पहले पीएम मोदी पर वार भी किया. उन्होंने कहा कि मैं लंबे समय से नौकरी, महंगाई, गरीबी और बेरोज़गारी के बारे में बोल रहा हूं, लेकिन प्रधानमंत्री जनमुद्दों और काम की बात का नोटिस ही नहीं लेते. उन्हें तो बस अपने मन की बात सुनानी है. 10 वर्षों में उन्होंने बिहार को क्या दिया? अपने वादे पूरे क्यों नहीं किए? इन पर नहीं बोलते, वो मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए इधर-उधर की बातें करते है. बिहार की जनता बहुत समझदार है.
(रिपोर्ट:- सुनीत साना)
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