सादे समारोह में मनाया जाएगा जिला स्थापना दिवस - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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8 मई 2024

सादे समारोह में मनाया जाएगा जिला स्थापना दिवस

मधेपुरा: जिला स्थापना दिवस इस वर्ष आचार संहिता की वजह से सादे समारोह में मनाया जाएगा. अपर समाहर्त्ता की अध्यक्षता में पिछले दिनों एक बैठक आयोजित की गई थी. जिसमें यह निर्णय लिया गया सभी सरकारी एवं गैर सरकारी मध्य विद्यालयों/महाविद्यालयों एवं मदरसा के वर्ग 06 से उपर वर्ग के छात्र/छात्राओं का प्रातः 07:00 बजे से प्रभात फेरी निकाली जाएंगी. जिन विद्यालय में बेण्ड दल की व्यवस्था है वह बेण्ड दल के साथ प्रभात फेरी निकालेंगे. साथ ही जिस विद्यालय में महापुरूषों की प्रतिमा स्थापित है उसका साफ-सफाई डेकोरेट एवं लाईटिंग आदि की व्यवस्था संबंधित विद्यालय/महाविद्यालय के प्राचार्य/प्रधानाध्यापक सुनिश्चित करेंगे. शाम के समय समाहरणालय परिसर में दीप प्रचलित कर 44वाँ स्थापना दिवस का जश्न मनाया जाएगा. 

बता दें कि सहरसा जिले के एक अनुमंडल के रूप में रहने के उपरांत 9 मई 1981 को उदाकिशुनगंज अनुमंडल को मिलाकर इसे जिला का दर्जा दे दिया गया. यह जिला उत्तर में अररिया और सुपौल, दक्षिण में खगड़िया और भागलपुर जिला, पूर्व में पूर्णिया तथा पश्चिम में सहरसा जिले से घिरा हुआ है. वर्तमान में इसके दो अनुमंडल तथा 13 प्रखंड हैं. मधेपुरा धार्मिक एवं ऐतिहासिक दृष्टि से समृद्ध जिला है. जिला मुख्यालय स्थित बड़ी दुर्गा स्थान, चंडी स्थान, सिंहेश्वर स्थान, बाबा बिशु राउत मंदिर आदि यहां के प्रमुख दर्शनीय स्थल हैं. यहाँ का रेल कारखाना पूरे भारत में प्रसिद्ध है. 

यहां एक विश्वविद्यालय व दर्जनों उच्च शिक्षण संस्थान हैं, जो जिले को शैक्षणिक व आर्थिक रूप से मजबूत करता है. कृषि के क्षेत्र में सिंहेश्वर का नारियल विकास बोर्ड की एक खास पहचान रही है. एग्रीकल्चर, इंजीनियरिंग, लॉ व इवनिंग कॉलेज के साथ राष्ट्रीय फलक का हाल में जिले को समर्पित हुआ. मेडिकल कॉलेज शिक्षा के विभिन्न आयामों में समृद्धि दे रहा है. बड़े आयोजन के लिए संपन्न प्रेक्षागृह नहीं है. टाउन हॉल की हालत जर्जर है. ऑडिटोरियम आधी-अधूरी बनी पड़ी है. घनी आबादी वाले जिला मुख्यालय में एक भी मुक्तिधाम नहीं है. 
(रिपोर्ट:- सुनीत साना) 
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