लोकतंत्र में मतदान सबसे बड़ा पर्व होता है: प्रधानाचार्य - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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25 जनवरी 2025

लोकतंत्र में मतदान सबसे बड़ा पर्व होता है: प्रधानाचार्य

मधेपुरा: ठाकुर प्रसाद महाविद्यालय, मधेपुरा में राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर शनिवार को राष्ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) एवं राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के संयुक्त तत्वावधान में जिला विधिक प्राधिकार, मधेपुरा के सौजन्य से मतदाता जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रधानाचार्य प्रो. कैलाश प्रसाद यादव ने कहा कि लोकतंत्र में मतदान सबसे बड़ा पर्व होता है. इसमें हमारी शत-प्रतिशत भागीदारी आवश्यक है. इसी उद्देश्य से वर्ष 2011 से प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय मतदाता दिवस का आयोजन किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि हर भारतीय को मतदान करने के अधिकार पर गर्व होना चाहिए मतदान भविष्य का विधाता होता है. युवा मतदाताओं को युवा पीढ़ियों को मतदान के लिए जागरूक करना चाहिए. मतदान से अपने योग्य उम्मीदवार को चयनित करें. 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि विधिक सेवा प्राधिकार के पदधारक अधिवक्ता विजय कुमार यादव ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान का प्रतिशत बढ़ाना आवश्यक है. इसी कड़ी में चुनाव आयोग द्वारा देश में मतदान का का प्रतिशत बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. इसमें विधिक सेवा प्राधिकार भी अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते आ रहा है. उन्होंने कहा कि भारत के सभी नागरिकों को वोट डालने का समान अधिकार है. हम सबों को इसका उपयोग करना चाहिए। इसके साथ ही हमें यह भी प्रयास करना चाहिए कि हमारे घर-परिवार एवं समाज के लोग भी मतदान में हिस्सा लें. देश में मतदान का प्रतिशत बढ़ाना हम सबों की जिम्मेदारी है. 


अतिथियों का स्वागत एवं विषय प्रवेश करते हुए दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. सुधांशु शेखर ने कहा कि भारत दुनिया का सबसे पहला लोकतंत्र है और हमें अपनी लोकतांत्रिक परंपराओं पर गर्व है. हम सबों की यह जिम्मेदारी है कि हम अपने लोकतंत्र को मजबूत करने में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएं. धन्यवाद ज्ञापन करते हुए गणित विभागाध्यक्ष ले. गुड्डु कुमार ने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत बनाने में युवाओं की महती भूमिका है. अतः पहली बार मतदाता बने युवाओं को मतदान कार्यक्रम में बढ़-चढ़कर भाग लेने की जरूरत है. कार्यक्रम के अंत में सबों को शपथ दिलाई गई. "हम, भारत के नागरिक लोकतंत्र में अपनी पूर्ण आस्था रखते हुए यह शपथ लेते है कि हम अपने देश की लोकतांत्रिक परम्पराओं की मर्यादा को बनाये रखेंगे तथा स्वतंत्र, निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण निर्वाचन की गरिमा को अक्षुण्ण रखते हुए, निर्भीक होकर, धर्म, वर्ग, जाति, समुदाय, भाषा अथवा अन्य किसी भी प्रलोभन से प्रभावित हुए बिना सभी निर्वाचनों में अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगें."

इस अवसर पर अर्थपाल डॉ. मिथिलेश कुमार अरिमर्दन, वनस्पति विज्ञान विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. बी. के. दयाल, डॉ. मनोज कुमार ठाकुर, डॉ. शहरयार अहमद, शोधार्थी सौरभ कुमार चौहान, धनंजय कुमार, अंकित कुमार, अनंत कुमार झा, नीतीश कुमार, सौरभ कुमार, अभिषेक कुमार, अमरजीत कुमार, सबलू कुमार, सुमित कुमार, राजा कुमार, हिमांशु कुमार, काजल कुमारी, मुनचुन कुमारी, शालू कुमारी, वंदना कुमारी, प्रिया विश्वास आदि उपस्थित थे.

(रिपोर्ट:- ईमेल)

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