भागलपुर: चैप्टर भारतीय पोषण संघ, स्नातकोत्तर गृह विज्ञान आहार एवं पोषण एवं सफाली युवा क्लब के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यशाला का विषय उपलब्ध मौसमी फलों से विभिन्न उत्पाद तैयार करने एवं उनके संरक्षण पर आधारित था. कार्यशाला के उद्घाटन करते हुए प्रो. डॉ. फारूक अली ने कहा कि अंग क्षेत्र मौसमी फलों एवं साग सब्जियों से परिपूर्ण है. इसका समुचित उपयोग मौसम में होता ही है. बेमौसम में भी हो सके इसी उद्देश्य से इस तरह के कार्यशाला की आवश्यकता है. हमारे अधिकांश उत्पादित फल एवं साग सब्जी नष्ट हो जाते हैं उन्हें विभिन्न उत्पादों में बदलकर उन्हें प्राकृतिक तौर पर संरक्षित कर बेमौसम में भी स्वाद का आनंद लिया जा सकता है. भारतीय पोषण संघ भागलपुर चैप्टर 2011 की स्थापना काल से ही बहुत ही बढ़ चढ़कर काम कर रही है जिसके परिणाम स्वरूप 2023 एवं 2024 में भारतीय स्तर पर इसे सर्वोत्तम चैप्टर पुरस्कार प्राप्त हुआ जो गौरव की बात है. उन्होंने सभी भागीदारों को अपने क्षेत्र के गौरव एवं गरिमा को बढ़ाने के लिए इस प्रकार के आयोजन में सहयोग करने की अपील की है. इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ शेफाली विभागाध्यक्ष गृह विज्ञान विभाग टी एम बी यू भागलपुर ने छात्र-छात्राओं को शैक्षणिक आयोजनों में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करने का आह्वान किया है. वही डॉ. रेणु रानी जायसवाल पूर्व विभागाध्यक्ष गृह विज्ञान विभाग तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय ने सफाली युवा क्लब और भागलपुर चैप्टर भारतीय पोषण संघ की सराहना करते हुए कहा कि हमें संसाधनों की कमी को अपने हुनर से मौसमी फल का आनंद बेमौसम में लेने की बात कहीं और विज्ञान से आहार को जोड़ कर उसके शेल्फ लाइफ को बढ़ाने की बात कही. उन्होंने कहा कि खाद्य पदार्थ का संरक्षण हर स्तर पर होना चाहिए. वही साबिया फैज ने कहा कि हर हर गृहिणी को कुशल होना चाहिए जिससे वो अपनी फैमिली के हेल्थ का ख्याल रख सके. समारोह का शुभारंभ सफाली बाल मंडलीय की सदस्य कल्पना कुमारी, रूपा कुमारी एवं शाक्षी कुमारी ने स्वागत गान से शुरू हुआ. अतिथियों और भागीदारों का स्वागत गुलअफशा परवीन ने करते हुए कहा कि जितना उपज सब्जी एवं फल का संरक्षण किया जाए तो बेमौसम में भी आनंद लिया जा सकता है. धन्यवाद ज्ञापन बिजया लक्ष्मी ने किया. आयोजन को सफल बनाने में छोटू कुमार चंदन, राहुल कुमार, दानिश रिजवान, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. 8 मार्च को प्रातः 11:00 बजे से कार्यशाला का तकनीकी सत्र से शुभारंभ हुआ. मुख्य रेशेपी को रिसोर्स पर्सन बिजया लक्ष्मी ने केला का चिप्स, केले के छिलके का चटनी, विभिन्न सब्जियों एवं फलो का सूप जिसमें भुट्टे के रेशे चुकंदर, टमाटर, अमला, गाजर, पुदीना और धनियां के पत्ते, नमक, नींबू, मसाला से तैयार किया गया जो मार्केट के फास्ट फूड से कई गुना बेहतर स्वादिष्ट होंगे. इसे अपने घर में बना के अपने स्वस्थ को बरकर रख सकते है. इस अवसर पर डेविड, डॉ. शाहिदा खानम, डॉ अंजू सिंह, विजया लक्ष्मी, कल्पना कुमारी, गुलअफशा परवीन, अंजनी कुमारी, पुष्प कुमारी, राखी कुमारी, देवाश्री तथाा शांति कुमारी समेत दर्जा लोग ऑनलाइन मध्यम से शुरू से अंत तक जुड़े रहे.
(रिपोर्ट:- ईमेल)
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