सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति द्वारा प्रबंधक पद पर नियुक्ति के लिए अखबार में विज्ञापन दिया गया था, जिसके आवेदन की अंतिम तिथि तक प्रबन्धक पद के लिए आवेदनकर्ता श्री रवि कुमार झा स्नातक उत्तीर्ण होने की इस शर्त को पूरा नही कर पा रहे थे. उन्होंने सभी को गुमराह करते हुए आवेदन के साथ समर्पित बायोडाटा में खुद को 2013 में ही स्नात्तक उत्तीर्ण होने की गलत सुचना दी थी और बताया की यूनिवर्सिटी की लापरवाहियों के कारण समय पर परीक्षाफल समय पर प्रकाशित नही हो सका है. जांच के दौरान विश्वविद्यालय से प्राप्त पत्रांक – परीक्षा/गो.-0259/16 दिनांक – 04/03/2016 तक रवि झा स्नातक नही थे. बावजूद इसके बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद के माननीय अध्यक्ष से भवदीय द्वारा पत्रांक – शून्य, दिनांक -18/01/2016 के द्वारा व्यक्तिगत पत्र भेजकर रवि झा की नियुक्ति की अनुशंसा की गई. जिसके आलोक में बिहार राज्य धार्मिक न्यास पार्षद के माननीय अध्यक्ष द्वारा ज्ञापांक –3878 दिनांक – 26/02/2016 के तहत निर्देश दिया गया की रवि झा को तत्कालीन प्रबंधक नियुक्त किया जाता है, जबतक न्यास समिति इस सम्बन्ध में प्रस्ताव पारित कर किसी का नाम भेज कर पार्षद दे अनुमोदन प्राप्त ना कर लेती है. समिति के पांच सदस्यों ने सचिव से आग्रह किया है कि बैठक बुलाकर सर्वसम्मति से अग्रेतर कार्रवाई की जाय और तत्काल श्री झा का योगदान नहीं लिया जाय. इस बावत रवि कुमार झा ने कहा कि उन्होंने आवेदन के साथ जो भी कागजात समर्पित किये हैं वे कागजात वैध हैं. मैं सत्र 2010-13 में स्नातक का छात्र रहा हूँ, विश्वविद्यालय की लापरवाही के कारण समय पर मेरा परीक्षाफल प्रकाशित नहीं हुआ.
(रिपोर्ट: सिहेश्वर:-सुमित सुमन)
(रिपोर्ट: सिहेश्वर:-सुमित सुमन)