जिले के सभी निजी चिकित्सकों ने एकजुटता दिखाते हुए पिछले दिनों हुई सहरसा की वारदात चिकित्सक डा. ब्रजेश सिंह की गाड़ी पर गोली चलाने व फोन कर रंगदारी मांगने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी की मांग के सापेक्ष उग्र होकर अपने – अपने क्लीनिकों में ताला जड़ दिया. जिससे स्वास्थ्य विभाग में उथल – पुथल मची हुई है. सुदूर देहात से आनेवाले रोगियों एवं आपातकालीन रोगियों को इलाज के लिए सड़क पर इधर – उधर भटकते देखा गया. कहते हैं कि डॉक्टर भगवान् होते हैं. धरती पर ईश्वर के बाद परमात्मा का दर्जा डॉक्टरों को ही दिया जाता है पर ऐसी विकट परिस्थिति में परेशान रोगियों के लिए यह वाक्य मिथ्या मात्र साबित होता है. हड़ताल में सभी नर्सिंग होम, एक्स-रे, पैथोलॉजी, अल्ट्रासाउण्ड सेंटर वालों ने भी इस हड़ताल को जायज बताते हुए अपना संयुक्त समर्थन दिया है. हालांकि सभी मेडिकल स्टोर खुली रही. आईएमए अध्यक्ष डा. मिथिलेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में सर्वसम्मति से चिकित्सकों ने सहरसा आइएमए के समर्थन में अनिश्चित कालीन हड़ताल पर जाने की निर्णय लिया. आईएमए के सचिव डा.दिलीप कुमार सिंह ने कहा कि अनिश्चितकालीन हड़ताल में निजी चिकित्सकों के अलावा दंत चिकित्सक, आयुष चिकित्सक, पैथलॉजी, अल्ट्रासाउण्ड, एक्स-रे वालों ने भी हड़ताल का समर्थन करते हुए शामिल हो गये हैं. सभी डॉक्टरों ने अपनी जान पर खतरा बताते हुए जिला प्रशासन से सुरक्षा की अपील की है. उनका कहना है की जबतक अपराधी को पकड़ा नहीं जाएगा तबतक हड़ताल जारी रहेगी. सरकारी चिकित्सकों के समर्थन मिलने की संभावना की जानकारी मिली है. मांगों के समर्थन में पूरे बिहार के चिकित्सक भी हड़ताल पर जा सकते हैं. बैठक में आईएमए अध्यक्ष डा. मिथिलेश कुमार, प्रमण्डलीय सचिव डा.सच्चिदानंद यादव, डा.सीताराम प्रसाद यादव, डा. आरके पप्पू, पीक.मधुकर, डा.ओम नारायण, डा. बीएन भारती, डा.अंजनी कुमार, डा.आलोक निरंजन, डा.वरूण कुमार सहित अन्य चिकित्सक मौजूद थे.
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- एस साना)
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- एस साना)