संयुक्त छात्र संगठन द्वारा चल रहा अनशन मंगलवार को भी जारी रहा. लगातार चल रहे इस आमरण अनशन का मंगलवार को नौ दिन हो गये पर अभी तक विवि प्रशाशन का ध्यान इस ओर आकर्षित नहीं हुआ है. अनशन पर बैठे छात्र नेता मनीष कुमार एवं हर्षवर्द्धन सिंह राठौर को पिछले तीन दिनों से लगातार स्लाईन चढ़ाया जा रहा है डॉक्टरों ने दोनों की हालत काफी गंभीर बताई है, परन्तु ये दोनों छात्रनेता अपने प्रण पर डटे हैं. मंगलवार को इस अनशन पर बैठे छात्र नेताओं की सुधि लेने सिंडिकेट सदस्य पहुंचे. छात्रों के इस आन्दोलन के कारण विवि सहित अन्य कई कॉलेजों में काम काज पूरी तरह बाधित है. आमरण अनशन पर बैठे छात्र नेताओ ने कहा कि विवि प्रशासन ने अगर अपना रवैय्या जल्द से जल्द नहीं बदला और हमारी मांगों को नहीं माना तो यह अनशन लगातार जारी रहेगा. मधेपुरा खबर के सभी पठको के लिए पेश है स्मार्ट फोन एप्प डाउनलोड करने के लिए किलिक करें. विवि प्रशासन का यह रवैय्या छात्रों के आक्रोश को निरंतर बढ़ावा देने पर आतुर है. इस आन्दोलन को प्राइवेट स्कूल, चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन, विश्वविद्यालय के छात्र छात्रों, कई निजी संस्थाओं का पूर्ण समर्थन प्राप्त है. कहीं ऐसा ना हो की विवि प्रशासन को यह आंदोलन मंहगा पर जाए और बाद में पछताना पड़े. जिलाधिकारी की पहल के बावजूद छात्र नेताओं ने विश्वविद्यालय का सम्पूर्ण काम - काज बन्द करवा दिया है. इस आन्दोलन की वजह से विवि में चल रहे डीग्री पार्ट - 2 की परीक्षा भी अनिश्चितकालीन हेतु स्थगित कर दी गयी है. मालुम हो कि 06/08/2016 को चल रहे पार्ट -2 की परीक्षा में आक्रोशित प्रदर्शनकारियों ने परीक्षा की कॉपी फाड़ कर विवि प्रशासन का बहिष्कार किया था, और परीक्षा को रद्द कर अनिश्चितकालीन के लिए स्थगित करवा दिया. जिससे परीक्षार्थियों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा. अनशन के कारण प्रमाण पत्र लेने के लिए दूर - दूर से आनेवाले छात्रों को काफी परेशानी झेलनी पडती है. विवि के इस रवैय्ये के कारण छात्र - छात्रों के कई जरुरी काम ठप पड़े हुए है. जानकारी के अनुसार ऐसी स्थिति में अभी तक कोई जनप्रतिनिधि भी छात्र नेताओं की सुधि लेने नहीं पंहुचा है.
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- गरिमा उर्विशा)
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- गरिमा उर्विशा)