देश को आजाद हुए 70 साल हो गए हैं लेकिन बिहारीगंज प्रखंड के लक्ष्मीपुर-लालचंद पंचायत में बिजली की सुविधा के लिए तरस रहे थे लोग पर लगता है अब कुछ हीं दिनों में गॉव के लोगों को बिजली का सुख मिल जाएगा. अभी भी बिहार के कई गांवों में आज तक बिजली नहीं पहुंच पाई है. लोग आज भी बल्बों की रोशनी से वंचित हैं लेकिन अब इन गांवों में बिजली आने की उम्मीद जगी है. पंचायत के 01 से 07 वार्ड तक बिजली का पोल लगाने, उपकरण गिरने व तार खींचने की कवायद शुरू कर दी गई है. लगता है अब वर्षो का अधूरा सपना पूरा होगा. वहीं, यहां के लोग जरूरत के हिसाब से पैसे खर्च कर जेनरेटर से बिजली ले रहे हैं. वहीं अन्य गांव वाले आज भी दीये में अंधेरे से निजात की जुगत में हैं. बताते चलें कि उक्त पंचायत में दुधिया रोशनी के लिए लाखों का सौर-उर्जा लाइट सरकारी स्तर पर लगाई गई थी जिसमें अधिकांश लाइट बिचौलियों के भेंट चढ़ चुके हैं. इसकी उच्च स्तरीय जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी. पंचायत के मुखिया विजय कुमार मेहता का कहना है कि बिजली के लिए संबधित अधिकारियों, मंत्री व विधायक को आवेदन दी गई है. ग्रामीणों ने भी बिजली को लेकर आंदोलन किया है. फलतः गांव में बिजली पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया गया है.
(रिपोर्ट: बिहारीगंज:- आशीष कुमार)