काम के बदले मजदूरी मांगने पर दिखा जा रहा बाहर का रास्ता - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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4 जनवरी 2017

काम के बदले मजदूरी मांगने पर दिखा जा रहा बाहर का रास्ता

मधेपुरा में बन रहे विद्युत रेल इंजन कारखाना में स्थानीय बेरोजगारों की उपेक्षा से सैकड़ों मजदूरों में आक्रोश व्याप्त है. फैक्ट्री निर्माण कार्य में दूसरे जिले से मजदूरों को लकर काम कराया जा रहा है. जबकि स्थानीय मजदूरों को काम कराकर मजदूरी मांगने पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है. बुधवार को दर्जनों स्थानीय मजदूरों ने रेल इंजन कारखाना निर्माण स्थल चकला पहंच कर गेट पर आक्रोश जताया. रेल इंजन कारखाने में काम करने वाले बालम, चकला, गढ़िया, श्रीपुर, मठाही सहित अन्य गांवों के मजदूरों ने कार्यदायी संस्था के प्रति आक्रोश व्यक्त किया. मजदूर सकलदेव ऋषिदेव, बेचन यादव, लड्डू यादव, सदानंद सरदार, मो. हयातुल्लाह, किशुनदेव यादव, राजेश कुमार, बिजेंद्र सादा, निर्मल कुमार, गणेश पंडित आदि ने बताया कि काम के बदले मजदूरी मांगने पर उन्हें काम से निकालने की बात कही गयी. मजदूरों ने कहा कि पहले एक दो महीने तक उनसे काम लिया गया. मजदूरी मांगने पर उन्हें काम से हटाया जा रहा है. स्थानीय मजदूरों ने कहा कि कारखाना बनने की घोषणा से उन्हें खुशी हुई थी. कंपनी द्वारा जिस तरह से स्थानीय मजदूरों के हितों की अनदेखी की जा रही है उससे मजदूरी के लिए पलायन करने को मजबूर होना पड़ेगा. भाजपा के ग्रामीण मंडल अध्यक्ष बालकिशोर यादव के नेतृत्व में दर्जनों मजदूरों ने समय पर उचित मजदूरी देने और स्थानीय बेरोजगारों को काम दिए जाने की मांग की. बालकिशोर ने कहा कि दूर-दराज के जिलों से बड़ी संख्या में मजदूरों को मंगाकर काम कराया जा रहा है. गरीब और उपेक्षित मधेपुरा जिले के मजदूरों को काम से बेदखल किया जा रहा है. बालम गढ़िया के मुखिया अनिल अनल ने कार्यदायी संस्था टाटा कंसट्रक्शन लिमिटेड के एचआर प्रोजेक्ट से श्रमिकों को उचित पारिश्रमिक दिए जाने की मांग की. उन्होंने श्रमिकों को भी संयमित रहने की सलाह दी.
कार्यस्थल पर लगेगी शिकायत पेटी
टाटा कंसट्रक्शन लिमिटेड के प्रोजेक्ट मैनेजर संतोष शर्मा ने कहा कि मजदूरों और स्थानीय लोगों की सुविधा के लिए कार्यस्थल पर शिकायत पेटी लगाने की बात कही है. उन्होंने कहा कि एक शिकायत पेटी गेट के बाहर लगायी जाएगी. काम करने के इच्छुक बेरोजगार शिकायत पेटी में आवेदन डाल सकेंगे. उनके आवेदन पर विचार किया जाएगा. एक शिकायत कार्यस्थल परिसर में लगायी जाएगी. इस शिकायत पेटी में काम करने वाले श्रमिक अपनी समस्याओं को लिखित रूप में बता सकेंगे. उनकी समस्याओं को दूर किया जाएगा.
(रिपोर्ट: मधेपुरा:- दिलखुश कुमार)

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