धूमधाम से सृजन दर्पण ने मनाया अपना स्थापना दिवस - मधेपुरा खबर Madhepura Khabar

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2 मई 2018

धूमधाम से सृजन दर्पण ने मनाया अपना स्थापना दिवस

मधेपुरा 02/05/2018
मंगलवार को जिला मुख्यालय के कृष्णापुरी वार्ड नं. 4 स्थित सृजन दर्पण का स्थापना दिवस कार्यालय परिसर में बड़े धूमधाम से मनाया गया.
                सृजन दर्पण के स्थापना दिवस समारोह का शुभारंभ बीएनएमयू के  पूर्व परीक्षा नियंत्रक डॉ. भूपेंद्र नारायण मधेपुरी, बीएनएमभी कॉलेज के संस्थापक प्रधानाचार्य प्रो. श्यामल किशोर, बीएनएमयू के हिंदी विभागाध्यक्ष डॉ. विनय कुमार चौधरी, पार्वती विज्ञान महाविद्यालय के समाजशास्त्र विभाग के वरीय प्राध्यापक डॉ. आलोक कुमार, हिंदी के वरीय प्राध्यापक डॉ. सीताराम शर्मा, संगीत शिक्षक डॉ. रवि रंजन कुमार एवं सृजन दर्पण के अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश ओम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.
                मंचासीन अतिथियों का स्वागत रंगकर्मी सत्यम, सौरभ, विशाल, नितिश, बिकास, सुमन, ज्योतिष आदि ने स्वागत गीत गाकर किया. सृजन दर्पण द्वारा आयोजित युवाओं की सृजनशील ऊर्जा के बिखराव, कारण एवं निवारण विषय पर संगोष्ठी आयोजित की गई.

                         समारोह का सफल संचालन सृजन दर्पण के सचिव सह युवा रंगकर्मी विकास कुमार ने किया. संगोष्ठी में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए डॉ. मधेपुरी ने कहा कि युवाओं के भटकाव का कारण उच्च नेतृत्व क्षमता की कमी है. इस युवा शक्ति को उचित तरीके से सकारात्मक दिशा में लगाना समाज एवं राष्ट्र की उन्नति का आधार है. संस्थापक प्रधानाचार्य ने कहा कि आधुनिकता के दौर में सत्यमेव जयते के आदर्श की जगह अर्थमेव जयते हमारा आदर्श बन गया है.
                            प्राचीन आदर्शों को नए संदर्भ में आत्मसात करने से हमारा कल्याण संभव है. हिंदी विभागाध्यक्ष ने कहा कि युवा असीम ऊर्जा का केंद्र है लेकिन संचार के आधुनिक साधनों में खोकर अपने समय एवं ऊर्जा को बर्बाद करते हैं. साथ हीं समाज से अलग होते जा रहे हैं. डॉ. आलोक कुमार ने कहा कि समाज में जितनी भी सृजनशीलता की बातें हुई हैं युवा हीं उसके सूत्रधार हैं.
                          बदले परिवेश में इस धर्म का निर्वहन इसकी जिम्मेदारी है. डॉ. सीताराम शर्मा ने कहा कि युवाओं को अपनी उर्जा का बिखराव न करके उसे रचनात्मक कार्यों में लगाना चाहिए. उर्जा को सही दिशा में लगाने से हीं बड़े-बड़े आविष्कार संभव हुए हैं. संगीत शिक्षक डॉ. रवि रंजन कुमार ने कहा कि युवा और बच्चा गलत चीजों का बहुत जल्दी अमल में लाता है. इसलिए उन्हें इलेक्ट्रिक वस्तु की जगह वास्तविक गुरु को चुनना आवश्यक है.
                          सृजन दर्पण के अध्यक्ष डॉ. ओम ने कहा कि युवाओं की मानसिक ऊर्जा के बिखराव को प्राचीन भारतीय पद्धतियों के नवीनीकरण एवं वैज्ञानिक व्याख्या करके आत्मसात करने और करवाने से रोका जा सकता है. इसमें व्यक्ति एवं राष्ट्र की उन्नति निहित है. वहीं  समाजिक कार्यकर्ता विकास कुमार ने कहा कि जहां उर्जा का प्रवाह है, वहां बिखराव तो स्वाभाविक है.
                       हम युवाओं को बार-बार अच्छे पथ पर धैर्य के साथ चलते रहना चाहिए. कार्यक्रम में गीतांजलि, आरती, तेजो, प्रियंका, श्रवण कुमार, विमल कुमार, ब्रह्म प्रकाश, सौरव, गौरव, सिंटू, रमन, मुकेश, आकाश एवं अन्य लोग उपस्थित थे.

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