मुरलीगंज
मुरलीगंज शहर के लगभग सभी बैंक शाखाओं में सुविधाओं व कर्मियों के आभाव के कारण खाताधारको को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सोमवार को एसबीआई के मुख्य शाखा में व्यवसायियों को हो रही विभिन्न तरह के समस्याओं को लेकर चेम्बर का प्रतिनिधि मंडल शाखा प्रबंधक से मिलकर ज्ञापन सौंपा और व्यवस्थाओं में सुधार करने की माँग रखी.
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ब्रह्मानंद जयसवाल ने बताया कि बैंक व व्यवसायी एक दूसरे के पूरक हैं. इसीलिए बैंक प्रशासन की जिम्मेदारी बनती हैं कि व्यावसायीयों का समय बर्वादी और कार्य बाधित न हो. बैंक में प्रमुख व्यवसायी और खाताधारकों के लिए उचित सुविधा का भी अभाव हैं. इतना ही नही नगद निकासी और जमा करने में भी परेशानी होती हैं.
बैंक में ग्राहको के बैठने और पीने के लिए शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नही हैं. साथ ही लिंक फैल होना बैंक की रोजमर्रे का विषय हो गया हैं. जिसपर बैंक प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नही दिया जाता हैं. जिस वजह से कई प्रमुख व्यवसायीयों ने अपना खाता प्राइवेट बैंको में खुलवा लिया हैं. बैंक कर्मीयों की लापरवाही के कारण सरकार को काफी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा हैं.
चेम्बर आंफ कामर्स के प्रतिनिधि मंडल में सचिव बिनोद बाफना, उपाध्यक्ष बाबा दिनेश मिश्र, संयुक्त सचिव सूरज पंसारी, कार्यकारणी सदस्य बिनोद कुमार उर्फ राजा बाबू, विनय चौधरी शामिल थे. वही प्रभारी शाखा प्रबंधक सह एकांउन्टेंट जिया लाल ने बताया कि शाखा में कर्मीयों की कमी के वजह से कार्य बाधित होता हैं. वरीय पदाधिकारी को कर्मीयों की कमी के विषय से अवगत कराया गया. समस्याओं के समाधान के लिए बैंक प्रशासन प्रयासरत हैं.
मुरलीगंज शहर के लगभग सभी बैंक शाखाओं में सुविधाओं व कर्मियों के आभाव के कारण खाताधारको को परेशानी का सामना करना पड़ता है. सोमवार को एसबीआई के मुख्य शाखा में व्यवसायियों को हो रही विभिन्न तरह के समस्याओं को लेकर चेम्बर का प्रतिनिधि मंडल शाखा प्रबंधक से मिलकर ज्ञापन सौंपा और व्यवस्थाओं में सुधार करने की माँग रखी.
चेम्बर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष ब्रह्मानंद जयसवाल ने बताया कि बैंक व व्यवसायी एक दूसरे के पूरक हैं. इसीलिए बैंक प्रशासन की जिम्मेदारी बनती हैं कि व्यावसायीयों का समय बर्वादी और कार्य बाधित न हो. बैंक में प्रमुख व्यवसायी और खाताधारकों के लिए उचित सुविधा का भी अभाव हैं. इतना ही नही नगद निकासी और जमा करने में भी परेशानी होती हैं.
बैंक में ग्राहको के बैठने और पीने के लिए शुद्ध पेय जल की व्यवस्था नही हैं. साथ ही लिंक फैल होना बैंक की रोजमर्रे का विषय हो गया हैं. जिसपर बैंक प्रशासन द्वारा कोई ध्यान नही दिया जाता हैं. जिस वजह से कई प्रमुख व्यवसायीयों ने अपना खाता प्राइवेट बैंको में खुलवा लिया हैं. बैंक कर्मीयों की लापरवाही के कारण सरकार को काफी राजस्व का नुकसान उठाना पड़ रहा हैं.
चेम्बर आंफ कामर्स के प्रतिनिधि मंडल में सचिव बिनोद बाफना, उपाध्यक्ष बाबा दिनेश मिश्र, संयुक्त सचिव सूरज पंसारी, कार्यकारणी सदस्य बिनोद कुमार उर्फ राजा बाबू, विनय चौधरी शामिल थे. वही प्रभारी शाखा प्रबंधक सह एकांउन्टेंट जिया लाल ने बताया कि शाखा में कर्मीयों की कमी के वजह से कार्य बाधित होता हैं. वरीय पदाधिकारी को कर्मीयों की कमी के विषय से अवगत कराया गया. समस्याओं के समाधान के लिए बैंक प्रशासन प्रयासरत हैं.